शिक्षिका की मौत का जिम्मेवार रेलेवे विभाग है या राजनीति
शुक्रवार को शहर के गांधी रोड पर एक ट्रक की चपेट में आने से शिक्षिका की मौत हो गई थी। शिक्षिका का अंतिम संस्कार गांधी रोड स्थित श्मशान घाट में किया गया।
राज कुमार राजू, मोगा : शुक्रवार को शहर के गांधी रोड पर एक ट्रक की चपेट में आने से शिक्षिका की मौत हो गई थी। शिक्षिका का अंतिम संस्कार गांधी रोड स्थित श्मशान घाट में किया गया। इस दौरान समाजसेवी संगठनों व स्कूल स्टाफ के साथ बच्चों ने भीअंतिम संस्कार में भाग लिया। इस दौरान सभी की आंखों में जहां दर्द के आंसू छलक रहे थे, वहीं शहर की सड़कों पर हो रही राजनीतिक के कारण होने वाली मौत के जिम्मेदार प्रशासन व राजनीति को ठहराया जा रहा है। लोगों की शिकायत थी कि गांधी रोड पर पहला हादसा नहीं है। इससे पहले भी इस सड़क पर तेज स्पीड वाहनों ने कई लोगों की जिदगी छीन ली है।
दो वर्ष पहले भी हादसे में बच्चे की गई थी जान
मोगा के गांधी रोड के दुकानदार राजेश मेहता ने बताया कि भले ही गांधी रोड की सड़क शहर के विभिन्न हिस्सों को जीटी रोड से जोड़ती है, लेकिन इस सड़क कोई स्पीड ब्रेकर नहीं बनाया गया है। दो वर्ष पहले भी इस सड़क पर एक तेज रफ्तार ट्रक ने 13 वर्षीय बच्चे को टक्कर मारी थी। बाद में अस्पताल में बच्चे की मौत हो गई थी, लेकिन उसके बाद भी प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया, जिसके कारण शुक्रवार को इसी रोड पर हादसे में महिला की मौत हो गई।
कई बार उद्घाटन किया, काम अब भी अधूरा
पूर्व पार्षद व सीनियर डिप्टी मेयर अनिल बांसल ने कहा कि शहर के गांधी रोड की सड़क का नवीनीकरण करने के लिए कई बार उद्घाटन करके अपनी अपनी राजनीति चमकाने का स्थानीय नेताओं ने भरपूर प्रयास किया है, लेकिन आज भी कार्य अधर में लटका हुआ है। उन्होंने कहा कि सड़क के नवीनीकरण में होने वाली अनदेखी व राजनीति के कारण एक शिक्षिका की मौत हो गई।
प्लेंथ बनने के बावजूद भी नहीं हुई शिफ्ट
राजीव गर्ग ने बताया कि मोगा के रेलवे स्टेशन के पास बनी प्लेंथ आज एक गंभीर समस्या बन चुकी है। इस समस्या का समाधान करने के लिए भले ही गांव डगरू के पास रेलवे प्रशासन ने अनाज लोडिग-अनलोडिग करने के लिए प्लेंथ बना दी गई है, लेकिन वह चालू न हो केवल फाइलों में ही दब कर रह गई है। ऐसा होने के कारण गांधी रोड हादसों का मुख्य कारण बन रहा है। लेकिन प्रशासन आए दिन होने वाले हादसों को अनदेखा कर रहा है। ठेकेदार की लापरवाही आई सामने
युवा अग्रवाल सभा के जिला प्रधान गगन नौहरिया ने कहा कि एक तेज रफ्तार ट्रक ने गरिमा को चपेट में लेकर उसकी जिदगी छीन ली, जिस स्थान पर घटना घटी है वहां पत्थर का ढेर लगा था। अगर सड़क बनाने वाले ठेकेदार ने सड़क की सफाई की होती तो यह हादसा नहीं होता। अगर इस समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया तो वह संगठन के साथ गांधी रोड पर रोष धरना लगाएंगे।
किसी के पास नहीं होता है लाइसेंस
एडवोकेट अजीत वर्मा ने कहा कि मोगा के गांधी रोड से होते हुए रेलवे प्लेंथ पर स्पेशल के दौरान ट्रक व ट्रैक्टर ट्राली के चालक तेज गति से वाहनों को दौड़ाते हैं। इस दौरान वे एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में हादसों को अंजाम देते हैं। उन्होंने कहा कि बहुत से ट्रैक्टर ट्राली व ट्रक चालकों के पास लाइसेंस के अलावा अन्य दस्तावेज भी नहीं होते हैं। ट्रैफिक पुलिस की ओर से केवल दो पहिया वाहन चालकों को ही परेशान करके उनके चालान काटे जाते हैं।