कांट्रेक्ट फार्मिग मुद्दे पर कब तक भागेंगे सुखबीर
मोगा भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष एवं मोगा के प्रभारी सुनील गर्ग एडवोकेट ने कांट्रेक्ट फार्मिग पर मीडिया के सवालों का जबाव देने के बजाय अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल के कांफ्रेंस को बीच में छोड़कर जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। गर्ग ने सुखबीर बादल से पूछा है कि कब तक अकाली सुप्रीमो सचाई से भागते फिरेंगे।
जागरण संवाददाता, मोगा
भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष एवं मोगा के प्रभारी सुनील गर्ग एडवोकेट ने कांट्रेक्ट फार्मिग पर मीडिया के सवालों का जबाव देने के बजाय अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल के कांफ्रेंस को बीच में छोड़कर जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। गर्ग ने सुखबीर बादल से पूछा है कि कब तक अकाली सुप्रीमो सच्चाई से भागते फिरेंगे।
गर्ग ने कहा है कि सच्चाई यही है कि केंद्र सरकार ने जो कृषि सुधार विधेयक लागू किए हैं, वे किसानों के जीवन को सुधारने के लिए हैं। उन्हें वर्षो से बिचौलियों से मुक्ति दिलाने के लिए है। जमीन पर जाकर अकाली नेता उन किसानों से पूछें जो पहले से कांट्रेक्ट फार्मिग करते रहे हैं कि उनके जीवन में सुधार आया है कि नहीं। किसानों को ये कहना भी उन्हें गुमराह करना है कि जिन किसानों के पास सिर्फ डेढ़ दो किले जमीन ही है, वे छोटे किसान कैसे किसी कंपनी के साथ कांट्रेक्ट कर सकते हैं। किसी कंपनी के साथ कांट्रेक्ट करने के लिए छोटे या बड़े किसान होना जरूरी नहीं है। खेती की नई तकनीक, अच्छे किस्म के बीज थोड़ी सी जमीन में भी डाल दिए जाएं, उससे होने वाली उच्च क्वालिटी की उपज किसानों को अच्छे दाम देने से कोई नहीं रोक सकती है। इसका उदाहरण खुद आज पंजाब बना है। सबसे ज्यादा गेहूं उगाने वाले पंजाब के लोगों में क्यों मध्य प्रदेश के गेहूं का आटा खरीदने की होड़ लगी है। मध्य प्रदेश के आटे के लिए ज्यादा दाम भी दे रहे हैं। उन्होंने अकाली नेताओं से सवाल किया है कि उसी अच्छी गुणवत्ता का गेहूं अगर पंजाब में पैदा होगा, तब क्या किसान को उसका फायदा नहीं होगा।
गर्ग ने कहा है कि अकाली नेता ही नहीं कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के नेता भी राजनीतिक मजबूरी के लिए किसानों को गुमराह करना बंद करें। सच्चाई से बहुत ज्यादा समय तक कोई भी पार्टी भाग नहीं सकती है। बदले हुए माहौल में भाजपा खुद को साबित करेगी। मोगा विधानसभा सीट भी पार्टी को जीतकर देगी, निगम के चुनाव भी अकेले दम पर भाजपा जीतेगी।