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खुद डिजाइन की ड्रेस के साथ युवतियों ने रैंप पर बिखेरे जलवे

जो हाथ कभी घरों की सफाई के लिए चलते थे उन्हीं हाथों ने ट्रेनिग लेकर परिधानों को नए कलेवर दिए खुद तैयार किए परिधानों को पहनकर युवतियों ने रैंप पर प्रदर्शन किया तो जागृति भवन के हॉल में बैठा हर कोई तालियां बजाने पर मजबूर हो गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Nov 2019 10:53 PM (IST)Updated: Thu, 14 Nov 2019 06:15 AM (IST)
खुद डिजाइन की ड्रेस के साथ युवतियों ने रैंप पर बिखेरे जलवे
खुद डिजाइन की ड्रेस के साथ युवतियों ने रैंप पर बिखेरे जलवे

जागरण संवाददाता, मोगा : जो हाथ कभी घरों की सफाई के लिए चलते थे, उन्हीं हाथों ने ट्रेनिग लेकर परिधानों को नए कलेवर दिए, खुद तैयार किए परिधानों को पहनकर युवतियों ने रैंप पर प्रदर्शन किया तो जागृति भवन के हॉल में बैठा हर कोई तालियां बजाने पर मजबूर हो गया। भारतीय जागृति मंच के तत्वावधान में सिलाई कढ़ाई कोर्स के समापन के मौके पर आयोजित समारोह में ये सिर्फ प्रतिभाओं का प्रदर्शन ही नहीं था बल्कि जज्बे व हौंसला का जीता जागता उदाहरण था।

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भारतीय जागृति मंच के तत्वावधान में कोटकपूरा बाईपास रोड स्थित जागृति भवन में कुछ साल पहले डॉ. मथुरा दास पाहवा लर्निंग सेंटर सिलाई कढ़ाई व क्राफ्ट की ट्रेनिग के लिए छह महीने का कोर्स शुरू किया गया था। भारतीय जागृति मंच के संस्थापक डॉ दीपक कोछड़ ने बताया कि सेंटर में लड़कियों को सिलाई कढ़ाई की ट्रेनिग के लिए अत्याधुनिक तकनीक वाली इलेक्ट्रॉनिक मशीनें उपलब्ध है जिसमें सिलाई कढ़ाई के अलावा एंब्रॉयडरी की भी ट्रेनिग दी जा रही हैं। सेंटर में छह महीने के 20-20 युवतियों के दो बैच संचालित किए जा रहे हैं।

ट्रेनिग के बाद लड़कियां वस्त्र डिजाइनिग के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन करने लगीं तो सामान्य परिवार की महिलाएं और लड़कियां भी सेंटर में आना शुरू हो गईं। इन्हें पूरी तरह निशुल्क ट्रेनिग दी जा रही है। सेंटर की लड़कियों की ड्रेस डिजाइनिग की क्वालिटी को देखते हुए पहले लुधियाना की निक्कर बनाने वाली एक कंपनी ने संस्था को काम दिया। उससे होने वाली आय यहां ट्रेनिग लेने वाली लड़कियों में उनके काम के हिसाब से बांटी जाती है। इससे ट्रेनिग के दौरान ही लड़कियों की आय होने लगी। वर्तमान में यहां ट्रेनिग लेने वाली लड़कियां एक कंपनी के लिए कपड़े के बैग बनाने का काम कर रही हैं।

कोर्स समाप्त होने पर आयोजित समारोह में ड्रेस डिजाइनिग का कंपीटिशन कराया गया, जिसमें ट्रेनिग लेने वाली लड़कियों ने ही खुद डिजायन किए कपड़े पहनकर रैंप वॉक भी किया। निर्णायक की भूमिका बबिता गोयल, डॉ.र चना कोछड़ व पूजा मित्तल ने निभाई। ब्राय एयर एशिया कंपनी दिल्ली से पहुंची सोनाली दत्ता ने युवतियों की प्रतिभा की खूब सराहना की। मंच के कार्यकारी अध्यक्ष विनोद मित्तल ने कहा कि युवतियों की सफलता ही मंच की सफलता है। मंच के मुख्य संस्थापक डॉ. दीपक कोछड़ ने कहा कि इरादा मजबूत हो तो मंजिल दूर नहीं होती है। ट्रेनिग में आने वाली लड़कियों ने ये साबित कर दिखाया है। इस मौके पर वेदव्यास कांसल, संतराम गुप्ता, हरीश धीर, संजीव काका, रजनी शर्मा, रवनीत कौर, सोनिया के अलावा अन्य कई उपस्थित थे।


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