शहर में लगे कूड़े के ढेर, बीमारियां फैलने का डर
। बाजारों में कूड़े के ढेर और गंदगी लोगों में कोरोना का खौफ पैदा कर रही है।
संवाद सहयोगी,मोगा
एक ओर जहां कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार लगातार सफाई व्यवस्था को लेकर पहल कर रही है। वहीं मोगा नगर निगम इसे लेकर बिल्कुल भी संजीदा नहीं है। क्योंकि सफाई कर्मचारियों की पंजाब भर में जारी हड़ताल के कारण शहर की सफाई व्यवस्था बदहाल पड़ी है।
आलम यह है कि बाजारों में कूड़े के ढेर और गंदगी लोगों में कोरोना का खौफ पैदा कर रही है। आज धर्म रक्षा मंच के प्रधान एवं प्रमुख समाजसेवी सोनू अरोड़ा सती चावला नानक चोपड़ा और मेन बाजार की दुकानदार अजय कुमार सोनू मोबाइल वाले अमृत स्टूडियो रंजीत सिंह सूद फोटो दलजीत सिंह तथा अन्य शहर वासियों ने सरकार से अपील की कि वह जल्द से जल्द सफाई कर्मचारियों की मांगों को मानें जिससे शहर में बदहाल हुई सफाई व्यवस्था को सुचारू ढंग से चलाया जा सके। समाजसेवी सोनू अरोड़ा ने कहा कि केंद्र सरकार अथवा राज्य सरकार स्वच्छ भारत का नारा इस कूड़े के ढेरों में अलोप होता नजर आ रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि इससे डेंगू और मलेरिया जैसी घातक बीमारियां भी दस्तक दे सकती हैं। उन्होंने कहा कि मोगा शहर के गीता भवन चौक के पास बने स्वामी वेदांत आनंद पार्क में जहां लोग सुबह और शाम सैर करने के लिए आते हैं वही उसी पार्क के बाहर बनी पार्किंग में लगे गंदगी के ढेर से क्या स्वच्छ हवा लेकर घर जाएंगे या किसी बीमारी को। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इसका जल्द से जल्द हल करें नहीं तो जन आंदोलन भी चलाया जाएगा।
दूसरी ओर म्यूनिसिपल इंप्लाइज फेडरेशन के अध्यक्ष सेवक राम फौजी ने बताया कि जो सफाई कर्मचारी, सीवरमैन तथा बेलदार अभी पक्के होने के लिए रहते हैं उनके लिए हड़ताल की गई है। उन्हें शौक नहीं है कि शहर में गंदगी का माहौल बने क्योंकि हम भी इसी शहर के रहने वाले हैं। सरकार को चाहिए कि 15 वर्षों से आठ-नौ हजार की मासिक तनख्वाह पर काम करने वालों को पक्का करें ताकि महंगाई के जमाने में उनके घर का गुजारा चल सके। उन्होंने कहा कि सरकार हमारी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करे।