Move to Jagran APP

गाहला पैलेस सड़क की हालत खस्ता

मोगा के गिल रोड समेत शहर के कई हिस्सों को जोड़ने वाली गाहला पैलेस वाली सड़क जो भले ही दो वार्डो के अधीन आने वाली सड़क है लेकिन इस सड़क की दशा पिछले 10 वर्षो से नहीं सुधारी गई है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 11:06 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 06:06 AM (IST)
गाहला पैलेस सड़क की हालत खस्ता
गाहला पैलेस सड़क की हालत खस्ता

राज कुमार राजू, मोगा : मोगा के गिल रोड समेत शहर के कई हिस्सों को जोड़ने वाली गाहला पैलेस वाली सड़क जो भले ही दो वार्डो के अधीन आने वाली सड़क है लेकिन इस सड़क की दशा पिछले 10 वर्षो से नहीं सुधारी गई है। जिसके कारण आज सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बनने के साथ-साथ बारिश के दिनों में पानी का जमावड़ा हो जाता है। यही नहीं आम दिनों में भी पैदल चलने वाले लोग सड़क पर बने गड्ढों में बिखरे हुए मलबे में ठोकर खाकर अपने आप को जख्म दे रहे हैं। दो वार्डो की सड़क होने के बावजूद जहां इस सड़क को नया रूप नहीं मिल पाया है वहीं इस सड़क के आसपास की लिक सड़कों को नया रूप दे दिया गया है। इस सड़क की दशा सुधारने को लेकर स्थानीय राहगीरों ने नगर निगम की अनदेखी के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया है। बारिश के दिनों में होता है पानी का जमावड़ा

loksabha election banner

इलाकावासी मदन लाल शर्मा ने कहा कि भले ही मोगा के गाहला पैलेस वाली सड़क शहर के गिल रोड कोटकपूरा बाईपास सरदार नगर व अकालसर रोड के अलावा अन्य कई इलाकों को जोड़ने में अपना रोल निभा रही है। लेकिन इस सड़क की दशा न सुधारने के कारण आज सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं इन गड्ढों में बारिश के दिनों में जहां पानी का जमावड़ा हो जाता है, वहीं पैदल चलने वाले लोगों को भी समस्या झेलनी पड़ रही है। इस सड़क पर बने गड्ढों में बारिश का पानी कई दिन तक भरा रहता है जिसके कारण मच्छर-मक्खियों की भरमार भी बन जाती है। दो-दो पार्षद होने पर भी सड़क को नया रूप नहीं मिला

इलाका वासी जितेंद्र पाल सिंह गोरा ने कहा कि दो-दो पार्षदों के होने के बावजूद भी सड़क को नया रूप नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने बताया कि इस समस्या के बारे में कई बार मौखिक तौर पर स्थानीय पार्षदों व निगम के अधिकारियों को भी अवगत करवाया है। उन्होंने बताया कि सड़क पर बने गड्ढों के कारण वहां से गुजरने वाले कई लोग सड़क हादसों का शिकार होकर अपने आप को जख्म दे रहे हैं। ना तो नगर निगम और ना ही स्थानीय पार्षदों ने लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने का कोई प्रयास किया है। गड्ढों से बचने के लिए लोगों ने डाला मलबा

इलाके में रहने वाले अमर कुमार सोनू ने कहा कि स्थानीय लोगों द्वारा अपने स्तर पर मिट्टी व मलबा डालकर गड्ढों को भरने का प्रयास किया है। दोबारा लगाया गया है टेंडर : पार्षद कुलदीप

वार्ड नंबर-16 के पार्षद कुलदीप कौर ने बताया कि उनके द्वारा वार्ड में विकास कार्य करवाने को लेकर उक्त सड़क को भी लगभग 10 लाख की लागत से बनवाने में अपना योगदान दिया था। जिसको लेकर नगर निगम द्वारा टेंडर भी लगाए गए थे। लेकिन ठेकेदार द्वारा काम ना किए जाने के कारण अब दोबारा से टेंडर लगाया है। जिसको लेकर आगामी दिनों में सड़क को नया रूम मिलने की पूरी संभावना है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.