हत्यारोपित के पिता व कांग्रेस के पूर्व सरपंच पर आर्म्स एक्ट का केस
आखिरकार पुलिस ने दो बेटियों की हत्या के तीन दिन बाद हत्यारोपित के खिलाफ दर्ज केस में एसटी-एससी एक्ट की धाराएं भी जोड़ दी हैं।
जागरण संवाददाता.मोगा
आखिरकार पुलिस ने दो बेटियों की हत्या के तीन दिन बाद हत्यारोपित के खिलाफ दर्ज केस में एसटी-एससी एक्ट की धाराएं भी जोड़ दी हैं। साथ ही हत्यारोपी के पिता गांव सेखां खुर्द के कांग्रेस के पूर्व सरपंच जगदेव सिंह के खिलाफ आर्म्स एक्ट में केस दर्ज कर लिया है। पहले पुलिस हत्यारोपी के पिता को बचाने की कोशिश कर रही थी। जिससे लोगों का आक्रोश भड़क गया था। संस्कार पर पहुंचे कांग्रेस विधायक दर्शन सिंह बराड़ का लोगों ने जबर्दस्त विरोध भी किया था। क्या है मामला
गांव सेखांखुर्द के कांग्रेस पूर्व सरपंच जगदेव सिंह के बेटे गुरवीर सिंह पर आरोप है कि उसने 18 मार्च की दोपहर करीब पौने पांच बजे शेखां खुर्द की ही दो बहनों अमनप्रीत कौर व कमलप्रीत कौर की अपने पिता पूर्व सरपंच जगदेव सिंह की 32 बोर की लाइसेंसी रिवाल्वर से हत्या कर डाली थी। एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल ने स्वीकार किया था कि रिवाल्वर की लाइसेंस हत्यारोपी के पिता जगदेव सिंह के नाम पर है, लेकिन शुरूआत में पुलिस ने जगदेव सिंह को केस में नामजद नहीं किया था। जबकि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने डीजीपी को इस मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। पूर्व कांग्रेस सरपंच जगदेव सिंह पार्टी के विधायक का काफी करीबी माना जाता था, उसकी पत्नी मौजूदा सरपंच है।
24 साल की अमनप्रीत कौर व 18 साल की कमलप्रीत कौर दोनों ही अनुसूचित जाति की छात्रा हैं। अमनप्रीत कौर बीटेक कर रही थी, जबकि कमलप्रीत कौर आइलेट्स कर रही थी, घटना वाले दिन अमनप्रीत कौर डगरू स्थित देशभगत कालेज में परीक्षा देने आई थी, यहीं से सरपंच का बेटा उन्हें अपनी आल्टो कार में बैठाकर ले गया था। वहां सेखाखुर्द की बजाय उन्हें बाघापुराना होते हुए कहीं और ले जा रहा था, जिस कारण उनकी कार में ही काफी ज्यादा बहस हुई थी, गांव मनावां के निकट पहुंचने पर जब गाड़ी धीमी हुई तो एक बहन तेजी के साथ गाड़ी से उतर गई थी, इससे तैश में आकर सरपंच के बेटे ने दोनों पर ताबड़तोड़ फायरिग कर दी, जिससे एक बहन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरी गंभीर रूप से घायल हो गई थी, जिसकी फरीदकोट मेडिकल कालेज पहुंचने पर मौत हो गई थी।