किसान स्टेशन से घर लौटे, पहुंची दो मालगाड़ियां
मोगा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को लंबे समय के बाद मालगाड़ी पहुंचने से पहले डीएसपी सिटी बरजिदर सिंह भुल्लर ने प्रदर्शनकारी किसानों से बातचीत करके स्टेशन पूरी तरह खाली करा लिया था।
जागरण संवाददाता, मोगा
रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को लंबे समय के बाद मालगाड़ी पहुंचने से पहले डीएसपी सिटी बरजिदर सिंह भुल्लर ने प्रदर्शनकारी किसानों से बातचीत करके स्टेशन पूरी तरह खाली करा लिया था। प्लेटफार्म छोड़कर पिछले लंबे समय से रेलवे की पार्किंग में धरने पर बैठे किसानों की मंगलवार सुबह घर वापसी के बाद दो मालगाड़ियां यहां पहुंची। एक मालगाड़ी चावल से लोड होकर लुधियाना के लिए रवाना हो गई। इस दौरान मालगाड़ी के इंजन की इंजन की सीटी बजते ही फिर गांधी रोड फाटक बंद होते ही जाम लगा। जबकि दूसरी गाड़ी देर शाम तक स्टेशन पर गेहूं से लोड हो रही थी जो देर रात को रवाना होगी। बुधवार को तीन मालगाड़ियां यहां पहुंचेंगी।
गौरतलब है कि रेलवे अधिकारियों ने फैसला ले लिया था कि रेलवे स्टेशन पूरी तरह प्रदर्शनकारी किसानों से मुक्त होने के बाद ही मालगाड़ियां स्टेशन पहुंचेंगी। इसी फैसले व पंजाब सरकार के दिशा निर्देश के बाद मंगलवार सुबह डीएसपी सिटी बरजिदर सिंह भुल्लर रेलवे स्टेशन पर मौजूद किसानों के बीच पहुंचे। उनके साथ लंबी बातचीत के बाद उन्हें स्टेशन छोड़ने के लिए तैयार कर लिया। बाद में किसान स्टेशन की पार्किंग से अपना सामान समेटने के बाद लौटे, उसके बाद दोपहर में पहली मालगाड़ी यहां पहुंची जो चावल स्टोर करके रवाना हो गई, जबकि देर शाम को गेहूं की गाड़ी की लोडिग चल रही थी।
गौरतलब है कि मोगा राइस मिल का हब है। यही वजह है कि यहां पर एफसीआइ व सेंट्रल वेयर हाउस के बड़ी संख्या में गोदाम हैं। पिछले साल यहां से गेहूं व चावल की शिफ्टिंग न हो पाने के कारण धान की मिलिग के बाद चावल स्टोर करने के लिए स्पेस का बड़ा संकट पैदा हो गया था। इस बार कोरोना में गोदाम खाली हो रहे थे लेकिन किसान आंदोलन के चलते ये काम ठप हो गया था। जिससे मिलर्स के चेहरों पर चिता के भाव दिखने लगे थे। मंगलवार से लोडिग-अनलोडिग दोबारा शुरू होने के बाद मिलर्स ने राहत की सांस ली है।