सरकार की दोहरी नीति के खिलाफ मुलाजिम 20 को करेंगे प्रदर्शन
मंत्रियों विधायकों के लिए खजाना भरा है मुलाजिमों के लिए खाली सरकार की ये दोहरी नीति अब बर्दाश्त नहीं होगी।
संवाद सहयोगी, मोगा : मंत्रियों, विधायकों के लिए खजाना भरा है, मुलाजिमों के लिए खाली, सरकार की ये दोहरी नीति अब बर्दाश्त नहीं होगी।
शहीद कामरेड नछत्तर सिंह भवन में वीरवार को पंजाब सब-ऑर्डीनेट सर्विस फेडेरशन की अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह भिडर की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें सरकार की इस दोहरी नीति के खिलाफ 20 दिसंबर को खजाना ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करने का मुलाजिमों ने फैसला लिया है।
बैठक में प्रदेश महासचिव कामरेड जगदीश सिंह चाहल विशेष रूप से मौजूद थे। कामरेड जगदीश चहल ने कहा कि देश व पंजाब में हालात आर्थिक तंगी के हैं। खजाना खाली होने का बहाना बनाकर छोटे मुलाजिमों के वेतन रोके जा रहे हैं, लेकिन मंत्रियों, विधायकों, अफसरों की सहुलियतों व भत्तों में लगातार बढ़ोत्तरी की जा रही है। मंत्रियों व विधायकों को जो भत्ते जनता की सेवा के लिए मिलते हैं, उसका प्रयोग व निजी एशो आराम के लिए कर रहे हैं। मुलाजिम जो वास्तव में जनता के सीधे संपर्क में होते हैं, जनता के काम करते हैं, उनके वेतन को रोककर सरकार उनका शोषण कर रही है।
सरकार की इसी नीति के खिलाफ 20 दिसंबर को खजाना कार्यालय के बाहर रोष प्रदर्शन करके खजाना अफसर को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
इस मौके पर फेडरेशन के महासचिव भूपेंद्र सिंह सेखों ने कहा कि खजाना खाली होता है तो सबसे पहले विधायकों, मंत्रियों व बड़े अफसरों के भत्तों पर रोक लगनी चाहिए खजाने में उन्हीं के भत्तों का सबसे ज्यादा असर होता है। छोटे मुलाजिमों, किसानों व मजदूरों के वेतन से खजाने खाली नहीं होते हैं।
इस मौके पर हरिबहादुर बिट्टू, गुरमेल सिंह नाहर, बूटा सिंह, सतपाल सहगल, चमन लाल संगेलिया, प्रकाश चंद दौलतपुरा, गुरचरण कौर, गुरप्रीत कौर चुगावां, मनजिदर कौर, चमकौर सिंह डगरू, निरंजन सिंह माछीके ने कहा कि आठ जनवरी की देशव्यापी हड़ताल में भी मुलाजिम शिरकत कर सरकार की दोहरी नीति के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।