स्कूल के बाहर मनचले करते हैं छात्राओं से छेड़छाड़, पैरेंट्स ने थाने में किया हंगामा
ाहर के मेन बाजार स्थित सरकारी गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल के सामने छात्राओं से छेड़छाड़ करने वाले युवकों से तंग आकर शनिवार सुबह कई दर्जन की संख्या में पेरेंट्स ने स्कूल में जमकर हंगामा किया।
जागरण संवाददाता, मोगा : शहर के मेन बाजार स्थित सरकारी गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल के सामने छात्राओं से छेड़छाड़ करने वाले युवकों से तंग आकर शनिवार सुबह कई दर्जन की संख्या में पैरेंट्स ने स्कूल में जमकर हंगामा किया। वे फरियाद लेकर प्रिसिपल जसविदर सिंह के पास पहुंचे तो ऑफिस में मौजूद अध्यापिकाएं भी अपना रोना लेकर बैठ गईं, अध्यापिकाएं भी बोलीं वे तो खुद स्कूल के सामने गुटों में खड़े होने वाले लड़कों से परेशान हैं, भद्दे कमेंट करते हैं। पुलिस से शिकायत करते हैं तो दो-तीन दिन पुलिस सक्रिय दिखाई देती है, फिर सब भूल जाती है। यहां से आक्रोशित पेरेंट्स सीधे थाना साउथ सिटी पहुंचे। वहां एसएचओ रछपाल सिंह पहुंचे तो उन्होंने कहा कि उन्हें पता ही नहीं था, इस मामले का। अब वे वहां पुलिस के जवान तैनात कर देते हैं,खुद भी छुट्टी के समय निरीक्षण करेंगे। पुलिस के इस रवैया से नाराज अभिभावकों ने ऐलान किया है कि सोमवार तक अगर असर नहीं दिखा तो वे 22 जुलाई की दोपहर 12 बजे नेचर पार्क में बैठक कर संघर्ष की रूपरेखा तैयार करेंगे, ताकि छात्राओं को छेड़छाड़ करने वालों से मुक्ति दिलाई जा सके।
क्या है मामला
थाना साउथ सिटी में शिकायत लेकर पहुंचे सरकारी गर्ल्स सीनियर सेकंडरी स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं के पिता अतर सिंह, गुरदरसन सिंह, कुलदीप सिंह, बलजिन्दर सिंह, रमेश कुमार, लखविन्दर सिंह, गुरदेव सिंह, जोगिन्द्र सिंह, जीवन, कुलवंत सिंह, जसकरन सिंह, सुरजीत सिंह, गुरनाम सिंह, शिव कुमार, काला सिंह, जतिन्दर सिंह ने बताया कि उनकी बेटियां रोज घर जाकर शिकायत करती हैं कि छेड़छाड़ करने वाले लड़कों के कारण उनका स्कूल के बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। अकेली घर तक नहीं जा सकती है। बहुत भद्दे कमेंट ही नहीं करते हैं, भीड़ भरे बाजार में फिजीकली भी उन्हें टच करने का प्रयास करते हैं।
22 तक अल्टीमेटम
परेशान अभिभावकों ने पुलिस को अल्टीमेटम दे दिया है, के सोमवार को दोपहर 12 बजे वे इस मामले में नेचर पार्क में बैठक करेंगे, उस समय तक पुलिस ने कुछ कार्रवाई की तो ठीक है, अन्यथा पुलिस अधिकारी चूड़ियां पहनकर बैठें, वे खुद मजनुओं को सबक सिखाएंगे।
सीडब्ल्यूसी ने भी उठाया था मुद्दा
चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की चेयरपरर्सन वरिदर कौर का कहना है कि तीन महीने पहले उन्होंने गर्ल्स स्कूल के सामने की इस गंभीर समस्या से खुद एसएसपी को अवगत कराया था। तब एसएसपी ने दो महिला पुलिस मुलाजिमों की ड्यूटी भी लगाई थी। पेरेंट्स की शिकायत पर सीडब्ल्यूसी ने जांच की तो पता चला कि जिन महिला मुलाजिमों की ड्यूटी लगाई गई थी वे ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन पर लगी रहती थीं, मजनूं बेखौफ लड़कियों को परेशान करते थे।
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
मुलाजिमों की ड्यूटी लगा दी गई है: एसएचओ
एसएचओ थाना सिटी साउथ रछपाल सिंह ने बताया कि स्कूल की छुट्टी और खुलने के समय पीसीआर मोटरसाइकिल वाले मुलाजिमों की ड्यूटी लगा दी है, जो लगातार राउंड लगाएंगे। छुट्टी के समय वह खुद भी राउंड लगाएंगे।
पीसीआर और ट्रैफिक इंचार्ज मुस्तैद:डीएसपी
डीएसपी सिटी परमजीत सिंह संधू ने कहा कि शहर में बहुत से स्कूल को पुलिस कवर करती है। पीसीआर मोटरसाइकिल और एक्टिवा वाली लड़कियां स्कूलों के आगे ड्यूटी पर तैनात रहती हैं। ये मामला उनके ध्यान में नहीं था। इंचार्ज पीसीआर और ट्रैफिक इंचार्ज राम सिंह की ड्यूटी लगा दी है।
ये है हकीकत
स्कूल में शनिवार सुबह आठ बजे हंगामा शुरू होकर मामला थाने में पहुंचा तब पौने नौ बजे दो महिला मुलाजिम स्कूल पहुंची, वे भी ये कहकर वहां से चली आईं कि जब भी जरूरत हो उन्हें फोन कर देना, वे आ जाएंगी। सीडब्ल्यूसी की चेयरमैन वरिदर कौर के अनुसार कमेटी की चेकिग में तीन महीने पहले ड्यूटी पर तैनात की गई लड़कियां छुट्टी के समय मोबाइल पर व्यस्त मिली थीं, किसी को भी छात्राओं के साथ हो रहे व्यवहार की तरफ ध्यान ही नहीं था।