नियुक्ति पत्र जारी न करने से रोष, ईटीटी अध्यापकों की रोष रैली कल
एक साल पहले चयनित 2364 अध्यापकों को अभी तक नियुक्ति पत्र न दिए जाने के विरोध में ईटीटी अध्यापकों ने 12 मई से संघर्ष शुरू करने का फैसला लिया है।
संवाद सहयोगी, मोगा
एक साल पहले चयनित 2364 अध्यापकों को अभी तक नियुक्ति पत्र न दिए जाने के विरोध में ईटीटी अध्यापकों ने 12 मई से संघर्ष शुरू करने का फैसला लिया है।
ईटीटी अध्यापक 12 मई को संगरूर की रोष रैली में शामिल होंगे, मोगा से भी ट्रेंड अध्यापक रोष रैली में शामिल होने के लिए रवाना होंगे। पंजाब सरकार ने ईटीटी अध्यापकों की भर्ती के लिए 29 नवंबर 2020 को लिखित पेपर लिया था। परीक्षा देने वालों की मैरिट बनी थी। स्क्रूटनी व अन्य प्रक्रिया पूरी होने के बाद चयनित उम्मीदवारों की सूची तैयार कर ली गई थी, लेकिन नियुक्ति पत्र आज तक जारी नहीं किए गए हैं।
यूनियन के स्टेट नेता जगजीत सिंह, धीरज कुमार, राम सिंह ने कहा कि साढ़े चार महीने का समय बीत जाने पर भी नियुक्ति पत्र जारी न करना अन्याय है। जिस कारण समूह चयनित उम्मीदवार सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हैं। सरकार की गलत नीतियों के विरोध में 12 मई को शिक्षा मंत्री के हलके संगरूर में परिवारों सहित रैली करने के लिए पूरे पंजाब से बड़े काफिले लेकर पहुंचेंगे। इस मौके पर कुलवंत सिंह, कुलदीप सिंह, कुलबीर सिंह, सुखपाल सिंह, राकेश कुमार, अंजू कुमारी, मनीतोष, सुखजिदर सिंह, गुरविदर सिंह आदि उपस्थित थे। पैलेस एवं कैटर्स के कारोबार को लेकर सरकार चुप क्यों : करण गुप्ता महाराजा कैटर्स व हरराज रिजोर्ट पैलेस जिला मोगा के संचालक करण गुप्ता ने कहा है कि कोरोना ने समूचे विश्व को चपेट में लिया हुआ है। केन्द्र सरकार व राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर अपना कर्तव्य को निभा रही हैं। लेकिन पंजाब में सभी कारोबार पहले से ही नोटबंदी की वजह से मंदी हालत में चल रहे थे और कुछ सरकार की नीति भी व्यापार को लेकर ठीक नहीं है। सरकारों की ओर से व्यापारियों को कोई भी सहायता नहीं दी जाती, बल्कि परेशानियां पैदा की जाती हैं। उन्होंने कहा कि अभी जो समय चल रहा है सरकार ने समय-समय पर सभी दुकानें तय समय पर खोलने के आदेश दिए हैं। लेकिन पैलेस, टैंट, कैटरिग, डैकोरेशन आदि व्यापार से जुड़े व्यापारियों पर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि पैलेसों, कैटर्स, डैकोरेशन आदि कार्यों को भी 50 फीसद हाजिरी के साथ मंजूरी दी जाए।