माता चितपूर्णी मंदिर में भक्तों ने की मां दुर्गा की स्तुति
पावन चैत्र नवरात्र के अवसर पर माता चितपूर्णी मंदिर रामगंज में भक्तों ने मां दुर्गा की स्तुति की। सबसे पहले पुजारी भूपिदर गौतम ने पूजन कराया।
संवाद सहयोगी, मोगा
पावन चैत्र नवरात्र के अवसर पर माता चितपूर्णी मंदिर रामगंज में भक्तों ने मां दुर्गा की स्तुति की। सबसे पहले पुजारी भूपिदर गौतम ने पूजन कराया। भक्तों ने माता दुर्गा के सातवें दिन कालरात्रि रूप की पूजा-अर्चना की। महिला मंडल की सदस्यों ने तेरे नाम का रंग ऐसा चड़ेया मां, भक्तां ने तेरा पल्ला फडे़या मां. आदि भजनों का गायन किया। पंडित भूपिदर गौतम ने बताया कि माता दुर्गा की नव शक्तियों में सातवां स्वरूप कालरात्रि का है। इसकी उपासना से रोग व शोक नष्ट होते हैं। भक्त भयमुक्त हो जाते है। आयु, यश व बल की वृद्धि होती है। पंडित भूपिदर गौतम ने बताया कि नवरात्र में रोजाना दुर्गा स्तुति करके भजनों का गायन करना चाहिए। ऐसा करने से मां दुर्गा अपने भक्तों पर प्रसन्न होकर उसकी समस्त मनोकामना पूर्ण करती है। भक्तों के कष्टों को दूर करती है। उन्होंने बताया कि मंदिर में श्री दुर्गा स्तुति के पाठ चल रहे हैं। सभी भक्त इसमें भाग लेकर नवदुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करें। गीता भवन में सामूहिक तौर पर किया श्री रामायण का पाठ गीता भवन में नवरात्र के उपलक्ष्य में श्री रामायण के पाठ जारी हैं। सामूहिक रूप में महिलाएं रोजाना सायं रामायण के पाठ कर भजनों का गायन करती हैं।
रविवार की सायं श्री रामायण के पाठ के उपरांत श्रद्धालुओं ने राम नाम का मंत्रजाप किया। पंडित नंदकिशोर ने बताया कि भगवान श्री राम की लीलाओं से हमे प्रेरणा लेकर अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए। ताकि हम अपने जीवन में अपने कार्यो में आगे बढ़ सके। उन्होंने कहा कि भगवान ने अवतार लेकर समय समय पर अलग अलग लीलाओं के माध्यम से हमें सही मार्ग पर चलने को प्रेरित कई। भगवान की लीलाओं का अनुसरण करके हम अपने जीवन को सही दिशा प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि रामनवमी पर्व मनाना तभी सार्थक सिद्ध होगा जब हम अपने अंदर बसे विकारों को दूर करें। इस दौरान संयुक्त रूप में श्री रामायण के पाठ किए। महिलाओं ने राम नाम मीठा रे कोई गाकर देख ले, सतगुरु दे दरबार मौजां ही मौजा ने. आदि भजन पेश किए। इस अवसर पर एडवोकेट सुनील गर्ग, पवन अग्रवाल, सुरिदर गोयल, रविदर सूद, बाल कृष्ण के अलावा अन्यों ने आरती की।