Move to Jagran APP

पराली को खाद के रूप में करें प्रयोग

डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस ने जिले के समूह किसानों को प्रदूषण रहित वातावरण रखने के लिए धान की पराली व उसकी नाड़ को आग लगाने की

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Oct 2018 05:30 PM (IST)Updated: Thu, 25 Oct 2018 05:30 PM (IST)
पराली को खाद के रूप में करें प्रयोग
पराली को खाद के रूप में करें प्रयोग

संवाद सहयोगी, मोगा : डीसी संदीप हंस ने जिले के समूह किसानों को प्रदूषण रहित पर्यावरण रखने के लिए धान की पराली व गेहूं की नाड़ को आग लगाने की बजाए आधुनिक तकनीक वाले खेतीबाड़ी औजारों द्वारा इसको प्रयोग में लाने की अपील की। उन्होंने कहा कि पराली के धुएं के कारण मनुष्य व जीव-जंतुओं को अनेक प्रकार की बीमारियां लग जाती हैं तथा जमीन की उपजाऊ शक्ति भी कम होती है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी खरीद केंद्रों में धान की खरीद का काम निर्विघ्न व सुचारू ढंग से चल रहा है तथा मंडियों में किसानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने किसानों से अपील की कि वह मंडियों में पंजाब सरकार द्वारा निर्धारित 17 प्रतिशत से अधिक नमी वाला धान न लेकर आएं तथा धान को सुखाकर ही मंडियों में लाया जाए। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि गत सायं तक 1,94,744 मीट्रिक टन धान मंडियों में पहुंचा है। जिसमें से विभिन्न खरीद एजेंसियों द्वारा 1,74,883 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है। उन्होंने बताया कि खरीद किए गए धान में से 90,522 मीट्रिक टन धान की लिफ्टिंग भी करवाई गई है। खरीद एजेंसियों को लिफ्टिंग के कार्य में और तेजी लाने की हिदायत की। जिला मंडी अफसर जस¨वदर ¨सह ने बताया कि पनग्रेन द्वारा 63047 मीट्रिक टन, मार्कफेड द्वारा 41368 मीट्रिक टन, पनसप द्वारा 33846 मीट्रिक टन, पंजाब राज्य गोदाम निगम द्वारा 18601 मीट्रिक टन, पंजाब एग्रो द्वारा 15348 मीट्रिक टन तथा प्राइवेट व्यापारियों द्वारा 2673 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.