सरकार ने महामारी की आड़ में अध्यापकों पर डाला आर्थिक बोझ
मोगा डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ) द्वारा बुधवार को किए जा रहे मोटरसाइकिल मार्च का हिस्सा बनने के लिए हलका बाघापुराना में एक बैठक हुई। इस दौरान ब्लॉक बाघापुराना के सारे प्राइमरी हाई व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के अध्यापकों व प्रिंसिपलों का इसमें शामिल होने के लिए आह्वान किया गया।
संवाद सहयोगी, मोगा
डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ) द्वारा बुधवार को किए जा रहे मोटरसाइकिल मार्च का हिस्सा बनने के लिए हलका बाघापुराना में एक बैठक हुई। इस दौरान ब्लॉक बाघापुराना के सारे प्राइमरी, हाई व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के अध्यापकों व प्रिंसिपलों का इसमें शामिल होने के लिए आह्वान किया गया।
इस दौरान आरोप लगाया गया कि कैप्टन सरकार कोरोना महामारी की आड़ में सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे अध्यापकों पर आर्थिक बोझ डाल रही है। इस संकट की घड़ी में मुलाजिमों को कोई राहत देने की बजाए मुलाजिमों को पहले से ही मिल रही सहूलियतों पर कट लगाने शुरू कर दिए हैं। इसी के चलते फ्रंट द्वारा मोटरसाइकिल मार्च निकाला जा रहा है।
बैठक में ब्लॉक अध्यक्ष सुखविदर घोलियां, ब्लॉक सचिव स्वर्णजीत भगता, अध्यापक नेता सर्बजीत संगतपुरा व जिला कमेटी सदस्य हरपिदर सिंह ने कहा कि सरकार सरकारी शिक्षा व सरकारी स्कूलों के निजीकरण का एजेंडा भी तेजी से लेकर आ ही है। जिससे अध्यापकों के रोजगार खतरे में हैं। वहीं समाज के बड़े वर्ग से शिक्षा का प्रारंभिक हक छीना जा रहा है। स्कूलों के बंद होने से सरकारी रोजगार के मौके भी कम हो जाएंगे। उन्होंने अध्यापकों से बुधवार सुबह नौ बजे सरकारी हाई स्कूल निहाल सिंह वाला में एकत्र होकर वाया बिलासपुर, बधनी, बुट्टर होकर मोगा जाने वाले रोष मार्च में शामिल होने की अपील की।