डीटीएफ के सदस्यों ने रोष रैली निकाल की नारेबाजी
केंद्र सरकार की ओर से जारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करके शिक्षा क्षेत्र को भी बाकी क्षेत्रों की तरह कार्पोरेट के हवाले किया जा रहा है तथा पंजाब सरकार भी उसी रास्ते पर जाकर आसामियों की बड़े स्तर पर कटौती कर रही है।
संवाद सहयोगी,मोगा
केंद्र सरकार की ओर से जारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करके शिक्षा क्षेत्र को भी बाकी क्षेत्रों की तरह कार्पोरेट के हवाले किया जा रहा है तथा पंजाब सरकार भी उसी रास्ते पर जाकर आसामियों की बड़े स्तर पर कटौती कर रही है।
इसके विरोध में मंगलवार को डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट (डीटीएफ) ने सरकार के खिलाफ जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स के सामने रैली कर नारेबाजी की। डीटीएफ की जिला इकाई के अध्यक्ष अमनदीप मटवानी, सचिव जगवीरन कौर ने कहा कि विभाग की तबादला नीति से तो अपने घरों से दूर दराज स्टेशनों पर बैठे, अपने जिलों में वापसी की प्रतीक्षा कर रहे अध्यापकों की समस्याओं में और बढ़ोत्तरी होगी। इसके अलावा विभाग की सैकड़ों आसामियां खत्म हो जाएंगी। इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष सुखपाल जीत मोगा, वित्त सचिव गुरमीत, सहायक सचिव सुखविदर सिंह घोलियां ने सरकार से मांग की कि अध्यापकों की मांगों की तरफ तुरंत ध्यान दिया जाए। प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजयपाल शर्मा ने सरकार को चेतावनी देते कहा कि अगर मंजूरशुदा आसामियां स्कूल में वापस न की गई, पीटीआइ अध्यापकों को स्कूल में वापस न भेजा गया तथा तबादले के लिए स्कूलों में खाली आसामियां ई-पंजाब पोर्टल पर न दिखाया गया तो संगठन आने वाले दिनों में पंजाब सरकार व शिक्षा विभाग के खिलाफ संघर्ष तेज करेगा। रैली उपरांत डीईओ मोगा को मांग पत्र सौंपा गया। अध्यापकों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
इस मौके पर जिला कमेटी की सदस्य मधु बाला, अमनदीप माछीके, अमरदीप बुट्टर, स्वर्णदास धर्मकोट, प्रेम सिंह, जगदेव मैहना, हरपिदर ढिल्लों, दीपक मित्तल, गुरशरण सिंह, अमरजीत पत्तों, राजवंत घोलियां, पैंशनर एसोसिएशन के प्रेम कुमार, लाइब्रेरी, एस एल यूनियन के बलजीत सेखां, फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन के इंद्रपाल सिंह ढिल्लों, बलदेव सिंह, कर्मजीत सिंह, कर्मजीत सिंह आदि उपस्थित थे।