8886 शिक्षक पहले वेतन कटौती व अब बदलियों में धक्केशाही का हुए शिकार: दिग्विजयपाल
अध्यापकों की चल रही आनलाइन बदली प्रक्रिया के दौरान शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी आए दिन नए आदेश जारी कर रहे हैं।
संवाद सहयोगी,मोगा
अध्यापकों की चल रही आनलाइन बदली प्रक्रिया के दौरान शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी आए दिन नए आदेश जारी कर रहे हैं। अब 8886 एसएसए,रमसा व माडल स्कूलों के अध्यापकों द्वारा नौ वर्षों में की गई सर्विस को बदली प्रक्रिया के दौरान न गिनने का पत्र जारी किया है। इसकी डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट और एएसए रमसा अध्यापक यूनियन ने निंदा की है।
डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट (डीटीएफ) के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय पाल शर्मा, एसएसए रमसा अध्यापक यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष दीदार सिंह मुदकी ने कहा कि पहले ही वेतन कटौती की मार व पिछले 10 वर्षों से दूर दराज के स्कूलों में सेवा निभाने का संताप भोग रहे इन अध्यापकों के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने धक्केशाही की है। नए के खिलाफ जल्द संघर्ष शुरू किया जाएगा। अध्यापक नेताओं ने कहा कि आए दिन अध्यापक व शिक्षा विरोधी आदेश जारी किए जा रहे हैं। पहले स्कूलों में अचानक ही आसामियां खत्म करने, बदलियों के तहत रैशनलाइजेशन को अंजाम देने, लगातार पदों में कटौती करने, नई भर्ती पर केन्द्रीय वेतन आयोग लगाने तथा गलत आंकड़ों के सहारे विभाग को तरक्की की बुलंदियों पर ले जाने जैसे भ्रम फैलाने के फैसलों की कड़ी में ही लिया गया यह फैसला अब बर्दाश्त नहीं है।
उन्होंने कहा कि एक और आदेश जारी करके शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मिडिल स्कूलों में सरप्लस पदों पर काम करते अध्यापकों को विशेष स्टेशन चयन का मौका देने का पत्र वापस लेकर अध्यापकों के साथ अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि दोनों संगठनों के सदस्य शिक्षा विभाग के खिलाफ संघर्ष शुरू करेंगे। उन्होंने सारे अध्यापकों को शिक्षा विभाग व पंजाब सरकार की ऐसे विरोधी फैसलों को मानने के बजाय इनके खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया।