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नशा तस्करी मामले में आखिरकार जसविंदर कौर जस्सी को किया पुलिस ने गिरफ्तार

। नशे से युवक अमनदीप सिंह की मौत के मामले में आखिरकार पुलिस ने नशा सप्लाई करने की आरोपित जसवीर कौर जस्सी को गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 May 2022 10:27 PM (IST)Updated: Mon, 16 May 2022 10:27 PM (IST)
नशा तस्करी मामले में आखिरकार जसविंदर 
कौर जस्सी को किया पुलिस ने गिरफ्तार
नशा तस्करी मामले में आखिरकार जसविंदर कौर जस्सी को किया पुलिस ने गिरफ्तार

जागरण संवाददाता.मोगा

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नशे से युवक अमनदीप सिंह की मौत के मामले में आखिरकार पुलिस ने नशा सप्लाई करने की आरोपित जसवीर कौर जस्सी को गिरफ्तार कर लिया। उसके साथ दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार कर उनके खिलाफ नशा तस्करी का केस दर्ज किया गया है, रिकवरी किसी से भी नहीं हुई।

इस मामले में एक बार फिर थाना साउथ सिटी पुलिस अपने ही मुखबिर के जाल में फंसी नजर आई। पुलिस ने रविवार की रात को दबिश देकर 20-22 लोगों को हिरासत में लिया था। इनमें से जस्सी सहित चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर बाकी लोगों को थाने से छोड़ दिया गया। नशे को बड़ी मछलियां हैं, जिनके यहां से रिकवरी हो सकती थी, उन्हें पुलिस ने हिरासत में ही नहीं लिया। जो लोग हिरासत में लेकर छोड़े गए हैं, उनमें भी कुछ छोटे स्तर पर नशा तस्करी वाले शामिल हैं। उन्हें साधांवाली बस्ती के एक प्रधान के दबाव में थाने से छोड़ा गया। जस्सी को गिरफ्तार करना पुलिस की इसलिए मजबूरी थी, क्योंकि दैनिक जागरण ने उसके सभी ठिकानों को उजागर कर दिया था,लेकिन गिरफ्तारी से पहले उसने सारी नशा सामग्री ठिकाने लगा दी थी। दैनिक जागरण ने किया था ठिकानों का पर्दाफाश

गौरतलब है कि अभी तक पुलिस नशा तस्करी के मामले में लगातार दबिश देकर खाली हाथ लौट रही थी। पुलिस की छापामार योजना की जानकारी पहले ही पुलिस का खास मुखबिर लीक कर देता था। इसके बावजूद पुलिस अभी भी उसी मुखबिर के भरोसे कार्रवाई कर रही है, यही वजह है कि पुलिस ने जब रविवार की रात को सांधावाली बस्ती, लालसिंह रोड आदि स्थानों पर दबिश देकर 20-22 लोगों को हिरासत में लिया तो उनमें विश्वकर्मा नगर निवासी एक बड़े नशा तस्कर को छोड़ दिया गया, कुछ ही सालों में इस तस्कर ने शहर में करीब 20 से ज्यादा मकान खड़े कर लिए हैं। नशा तस्करी में लिप्त दो कुख्यात महिलाओं सहित जो बड़े नाम थे, उन पर पुलिस ने पूरी नरमी बरती। पूरी कार्रवाई मुखबिर की योजना के आधार पर ही की गई। जस्सी की गिरफ्तारी कराकर वह पुलिस की गुडबुक में शामिल हो गया, लेकिन दो दांव पर पुलिस के बीच बैठकर खेल रहा है, उसे अभी भी पुलिस के बड़े अधिकारी नहीं समझ पा रहे हैं। .. तो हो सकता है 90 प्रतिशत वारदातों का राजफाश

एक इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस के लिए शहर में चर्चा का विषय बने हुए मुखबिर से पुलिस अगर कड़ी पूछताछ कर ले तो शहर में नशा तस्करी के बड़े ठिकानों का ही पता नहीं चलेगा, बल्कि बड़े स्तर पर हो रहीं चोरी व छीनाझपटी की वारदातों से भी पर्दा उठ सकता है। गौरतलब है कि रात में हिरासत में लेने के बाद पहले तो साधांवाली बस्ती में वहां के एक प्रधान के घर बैठक हुई, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं। इनमें से कई महिलाएं जस्सी के लिए काम करती हैं। इन महिलाओं व पुरुषों की बैठक के बाद ये प्रधान थाना साउथ सिटी पहुंच गया। वहां पर हिरासत में लिए लोगों की छुड़वाने के लिए दबाव बनाता रहा। डीएसपी सिटी की प्रेस कांफ्रेंस भी रद

पुलिस के हाथ जस्सी के साथ बड़े स्तर पर नशा तस्करों के हाथ में आने के बाद डीएसपी सिटी की ओर से सोमवार को दोपहर दो बजे प्रेस कांफ्रेंस की सूचना मीडिया को दी गई थी। क्योंकि पुलिस जस्सी सहित नशा तस्करी में कई लिप्त लोगों के हिरासत में आने से खुश थी, लेकिन बाद में जिस प्रकार का दबाव पुलिस पर बना, उसके चलते हिरासत में लिए किसी भी व्यक्ति से कोई रिकवरी नहीं हो सकी। यही नहीं जिन करीब 22 लोगों को हिरासत में लिया गया, उनमें से ज्यादातर को छोड़ना पड़ा, जिसमें चार के खिलाफ ही केस दर्ज हो सका, जिनमें जसवीर कौर उर्फ जस्सी निवासी लालसिंह रोड गली नं.तीन, मिटू निवासी गली नं. नौ रिकू निवासी लालसिंह रोड की गली नं.नौ को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली।


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