मानसून में पकौड़े खाने से बचें, सूप और नारियल का पानी पीएं
। मानसून शुरू हो चुका है इस मौसम में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता हैजबकि वातावरण में नमी बढ़ जाने से पाचन शक्ति कम हो जाती है।
जागरण संवाददाता.मोगा
मानसून शुरू हो चुका है, इस मौसम में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है,जबकि वातावरण में नमी बढ़ जाने से पाचन शक्ति कम हो जाती है।
शहर के प्रमुख फिजिशियन डा.सीमांत गर्ग न डायटीशियन पायल धवन ने इस मौसम में खानपान व खुद को बीमारियों से बचाकर रखने के लिए खास टिप्स दिए हैं। डायटीशियन पायल धवन की सलाह है कि इस मौसम में गर्मी से राहत मिलने के कारण लोग चाय पकौड़े ज्यादा खाते हैं, इससे बचें।
क्या खाएं
फलों में सेब, अनार, लीची, जामुन, चैरी, आदि खाएं। कसरत व योग करें, डाइट में भीगे हुए ड्राई फ्रूट शामिल करें।
तैलीय पदार्थ न खाएं मानसून के दौरान, सरसों के तेल, मक्खन या मूंगफली के तेल में बना खाना खाने से बचें, ये तेल थोड़े भारी होते हैं। इनसे तैयार भोजन को पचने में दिक्कत होती है। जैतून का तेल, घी या सूरजमुखी तेल इस्तेमाल करें। ताजी सब्जियां व फल आसानी से पच जाते हैं, जरूरी विटामिस और मिनिरल्स भी मिल जाते हैं।
सी-फूड फिश और प्रान्स के लिए मानसून का समय ब्रीडिग का होता है। इसे खाने से बचें। आलू और अरबी न खाएं। भिडी, मटर, फूलगोभी भी न खाएं ये आसानी से नहीं पचते हैं। कच्चे सलाद में कई तरह के कीड़े होने का डर बना रहता हैं।
आलूबुखारा का जूस ले सकते हैं। ये वेटलॉस भी करता है स्किन को ग्लो बनाता है। सब्जियों में करेला, तोरई, घीया और टिडे, परमल का प्रयोग करें।
डेयरी प्रॉडक्ट भी कम खाएं। इनमें बैक्टीरिया पनपने की ज्यादा सम्भावना रहती हैं। शरीर में पानी की कमी न होने दें। दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पीएं। हर्बल-टी खास फायदा पहुंचाती है। इसमें अदरक, काली मिर्च और शहद का भी प्रयोग कर सकते हैं।
नारियल पानी, सूप काफी पिएं, पैकेट वाले सूप और जूस ना पिएं।
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डा.सीमांत गर्ग ने दिए टिप्स
धूप की कमी में कपड़े अच्छी तरह नहीं सूखते हैं, कई बार इससे स्किन एलर्जी और रैशेज हो जाते हैं। कपड़े धोने में एंटीसेप्टिक का इस्तेमाल करें। हल्के, हवादार और कॉटन वाले कपड़े पहनें। फूल बाजी के कपड़े पहनें, क्योंकि इस सीजन में डेगूं, मलेरिया आदि का खतरा रहता है। कोशिश करें बारिश में ना भीगें। घर में एसी है उसे 24-26 डिग्री सेंटीग्रेट के बीच में चलाएं।