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बाधाओं से घबराएं नहीं, बल्कि सद्बुद्धि का प्रयोग करें : इंदु

देवीदास केवल कृष्ण चैरिटेबल ट्रस्ट में अध्यात्म सत्यार्थ सत्संग एवं हवन यज्ञ किया गया। सुनील कुमार शास्त्री ने हवन यज्ञ संपन्न करवाया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Dec 2021 03:57 PM (IST)Updated: Sat, 25 Dec 2021 03:57 PM (IST)
बाधाओं से घबराएं नहीं, बल्कि सद्बुद्धि का प्रयोग करें : इंदु
बाधाओं से घबराएं नहीं, बल्कि सद्बुद्धि का प्रयोग करें : इंदु

संवाद सहयोगी, मोगा :

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देवीदास केवल कृष्ण चैरिटेबल ट्रस्ट में अध्यात्म सत्यार्थ सत्संग एवं हवन यज्ञ किया गया। सुनील कुमार शास्त्री ने हवन यज्ञ संपन्न करवाया। इंदु पुरी ने बताया कि अपने मार्ग में आने वाले किसी भी विघ्न से न घबराएं बल्कि सद्बुद्धि का प्रयोग करें। हर विघ्न को उन्नति की ओर ले जाने वाला ही समझें।

आचार्य सुनील कुमार ने बताया कि वेद आदि शास्त्रों में बताया है कि माता-पिता और गुरु, ये तीन उत्तम शिक्षक महान उपकारी हैं। इनको धोखा देना महापाप है। वैसे तो किसी को भी धोखा देना अपराध ही है, लेकिन जो जितना महान व्यक्ति होता है, जितना अधिक दूसरों का उपकार करता है, उसको धोखा देने का पाप उतना ही बड़ा माना जाता है। माता-पिता अपने बच्चों का कितना उपकार करते हैं, यह तो आप सब लोग जानते ही हैं। और गुरुजन भी अच्छे अच्छे महापुरुषों को तैयार करते हैं। उन्होंने बताया कि जीजाबाई जैसी माताओं ने शिवाजी जैसे महावीर विजयी योद्धा को तैयार किया। ऐसे माता पिता और आचार्य गण जो अपनी संतान तथा शिष्यों का निर्माण करते हैं। उनका कितना अधिक उपकार है हमे मानना चाहिए।

माता पिता और गुरुजन अपने संतानों और शिष्यों का पूरी ईमानदारी परिश्रम और बुद्धिमत्ता से निर्माण करते हैं। वे अपनी संतान और शिष्यों पर महान उपकार करतें हैं, परंतु विडंबना तो यह है कि ऐसे पूजनीय वंदनीय माता पिता और गुरुओं को भी संसार में कुछ लोग धोखा देते हैं। मूर्ख बनाते हैं। उनके साथ अनेक प्रकार का दु‌र्व्यवहार करते हैं। उन्हें अपमानित करते हैं। उन्हें प्रताड़ित करते हैं। जो लोग अपने माता-पिता और गुरुजनों को भी धोखा देने में संकोच नहीं करते वह कभी सुखी नहीं रहते। हमें हमेशा माता पिता व गुरुजनों का सत्कार करना चाहिए।


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