सिद्ध श्री बाला जी मंदिर में शनिशिला का पूजन
पुरानी दाना मंडी में सिद्ध श्री बाला जी मंदिर में शनिशिला पूजन का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम भक्तों ने पंडित दया शंकर की अगुआई में गणपति नवग्रह व कलश पूजन किया।
संवाद सहयोगी,मोगा
पुरानी दाना मंडी में सिद्ध श्री बाला जी मंदिर में शनिशिला पूजन का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम भक्तों ने पंडित दया शंकर की अगुआई में गणपति, नवग्रह व कलश पूजन किया। इसके बाद शनिशिला की पूजा-अर्चना की गई।
समाजसेवी सोनी मंगला, गगन नोहरिया, मास्टर हर्ष शर्मा, परवीन सच्चर, सतनाम सिंह व ओमदत्त जैदका ने शनिशिला का सरसों के तेल से अभिषेक किया गया। संकीर्तन दौरान भजनों का गायन हुआ। महंत बिशेषर गिरि ने बताया कि शनिदेव कलयुग के अवतार हैं। जो कोई इनकी पूजा सच्चे मन से करता है शनिदेव उसकी मनोकामना पूर्ण करते हैं। भक्तों पर आने वाले कष्टों का निवारण करते है।
उन्होंने बताया कि शनिशिला भगवान शनिदेव का ही स्वरूप है। जिस प्रकार भगवान शिव की पूजा के साथ साथ पावन शिवलिग की पूजा करने से भक्तों का उद्धार होता है, उसी तरह शनि महाराज की पूजा के साथ शनिशिला की पूजा, तेल से अभिषेक करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। इस अवसर पंडित दया किशन के अलावा अन्य मौजूद थे। श्याम संकीर्तन में नीरज बठला को मिला लड्डू गोपाल का स्वरूप श्याम सेवा सोसायटी की ओर से कृष्णा मंदिर में मनाए जा रहे फाल्गुन महोत्सव में पंडित हरिओम शर्मा की अध्यक्षता में समाजसेवी कमल शर्मा ने नवग्रह पूजन किया। अजय गर्ग ने दरबार में माथा टेकने के बाद ज्योति प्रज्वलित की।
सोसायटी के गायक धर्मेंद्र शर्मा, सुखदेव सांवरा व अमरजीत ने फूलों में सज रहे हैं श्री वृंदावन बिहारी, कीर्तन की है रात बाबा आज, पलकें ही पलकें बिछाएंगे, जिस दिन श्याम प्यारे घर आएंगे. आदि भजन पेश कर भक्ति रस बिखेरा।
सोसायटी के संस्थापक कमल शर्मा ने कहा कि कोविड 19 के चलते इस वर्ष फाल्गुन महोत्सव सादगी के साथ मनाया गया। संकीर्तन में लक्की ड्रा द्वारा मोगा यूथ वेलफेयर क्लबके अध्यक्ष नीरज बठला को लड्डू गोपाल का स्वरूप प्रसाद रूप में दिया गया। संकीर्तन में श्याम प्रभु का भव्य दरबार व छप्पन भोग आकर्षण का केंद्र रहे। आरती के उपरांत श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर चंद्रमोहन सहगल, विनोद पोपली, भूपेश शर्मा, राजिदर मिड्ढा, विजय मिड्ढा, बिंदर कुमार, राम प्रकाश, अरुण पूरी, शिव मित्तल आदि उपस्थित थे।