नशा मामले में सरकार पर निशाना साधने वाले MLA जीरा के पीए गिरफ्तार, कारण निकला यह
पुलिस पर नशा तस्करों की मदद के आरोप लगाने वाले कांग्रेस विधायक कुलबीर सिंह जीरा के पीए नीरज कुमार उर्फ गिन्नी सोढी को मोगा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जेएनएन, मोगा। पुलिस पर नशा तस्करों की मदद के आरोप लगाने वाले कांग्रेस विधायक कुलबीर सिंह जीरा के पीए नीरज कुमार उर्फ गिन्नी सोढी को मोगा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे मोगा के नेस्ले फाटक के पास से गिरफ्तार किया गया। गिन्नी पर मुकदमा नंबर 156 के तहत वर्ष 2013 में कत्ल का मामला दर्ज हुआ था। मामले में वह अदालत में पेश नहीं हुआ था, जिसको लेकर अदालत उसे भगोड़ा करार दे रखा था। पुलिस ने गुप्त सूचना के तहत सोमवार सायं को काबू किया है। पुलिस ने उसके पास से एक रिवाल्वर समेत जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।
बता दें, गत दिवस शराब कारोबारी फरमान सिंह ने विधायक जीरा व उनके पीए शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद पुलिस हरकत में आई। फरमान सिंह ने जीरा पर पैसे लेने के आरोप लगाए थे। फरमान ने कहा कि उनके खिलाफ फिरोजपुर सिटी थाने में 2000 शराब की पेटियों का झूठा केस दर्ज करवाया गया, जो जांच में झूठा साबित होने पर खारिज हुआ। विधायक जीरा ने उनके संबंध आइजी एमएस छीना के साथ जोड़े हैं, जबकि आइजी छीना से उनका दूर-दूर तक नाता नहीं है। कुलबीर का पीए गिन्नी सोढी है, जिस पर 2013 में 302 का मुकदमा दर्ज हुआ और अदालत ने 2015 में उसे भगोड़ा करार दिया था, चौबीस घंटे साए की तरह एमएलए के साथ रहता है। फरमान सिंह ने आरोप लगाया था कि कुलबीर के साथ हमेशा दस गैंगस्टर रहते हैं।
इस दौरान फरमान सिंह ने कुछ फोटो भी मीडिया को दिखाए थे। ठेकेदार ने आरोप लगाया कि एमएलए जीरा के विक्की गौंडर व सेखों जैसे अन्य गैंगस्टरों से गहरे संबंध रहे हैं। जीरा पैसे की वसूली के लिए इन गैंगस्टरों को भी उसके घर व दफ्तर भेजते थे। पिछले साल तो 15 लाख रुपये देकर जान छुड़वा ली थी, लेकिन इस बार 50 लाख रुपये मांगे जा रहे हैं, जो वह देने में असमर्थ है।