सुखबीर बादल ने कांग्रेस नेता दविदर रनियां की शिअद में करवाई वापसी
। शिरोमणि अकाली दल के सुप्रीमो सुखबीर सिंह बादल (शिअद) बुधवार को गांव रनियां में कांग्रेस नेता दविदर सिंह रनियां के निवास पर पहुंचे।
जागरण संवाददाता.मोगा
शिरोमणि अकाली दल के सुप्रीमो सुखबीर सिंह बादल (शिअद) बुधवार को गांव रनियां में कांग्रेस नेता दविदर सिंह रनियां के निवास पर पहुंचे। वहां उन्होंने रनियां के भाई हरिदर रनियां के निधन पर शोक जताया। बाद में कांग्रेस नेता दविदर सिंह रनियां को शिरोमणि अकाली दल में शामिल कर लिया।
सुखबीर सिंह बादल के गांव रनियां पहुंचने की सूचना शाम को मिली। दविदर सिंह रनियां व उनके भाई हरिदर सिंह रनियां दोनों ही 2017 से पहले शिरोमणि अकाली दल में थे, दोनों ही पूर्व मंत्री जत्थेदार तोता सिंह के बेहद करीबी थे,लेकिन 2017 के चुनाव के बाद दविदर सिंह रनियां कांग्रेस में शामिल हो गए थे। हरिदर सिंह रनियां का निधन कुछ दिन पहले ही हुआ है। बुधवार शाम को मात्र गिने-चुने नेताओं के साथ सुखबीर सिंह बादल रनियां के निवास पर पहुंचे। वहां वे करीब एक घंटे तक रहे। इस दौरान कुछ देर दविदर सिंह रनियां साथ सुखबीर सिंह बादल की गुफ्तगू हुई। माहौल सकारात्मक देख सुखबीर ने उन्हें अकाली दल में वापस लौटने का न्यौता दे डाला, जिसे दविदर सिंह रनियां ने सहर्ष स्वीकार कर लिया। मूल रूप से एनआरआइ होने के कारण दविदर सिंह रनियां का एनआरआइ कम्युनिटी में अच्छा दबदबा है, साथ ही वे चुनाव प्रबंधन में भी माहिर समझे जाते रहे हैं। जत्थेदार तोता सिंह के कई चुनावों का प्रबंधन रनियां ने संभाला था। दविदर सिंह रनियां ने कहा कि उनकी घर वापसी हुई है, पार्टी उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपेगी, उसे वे ईमानदारी से निभाने का प्रयास करेंगे।
पूर्व पार्षद जगसीर सिंह जज्जी कांग्रेस छोड़ साथियों सहित शिअद में शामिल विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे शहर में राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी बदलने का सिलसिला तेज होता जा रहा है। इसी के तहत पूर्व पार्षद जगसीर सिंह जज्जी साथियों समेत कांग्रेस को अलविदा कह शिअद में शामिल हो गए। इस मौके पर मोगा से शिअद के प्रत्याशी बरजिंदर सिंह मक्खन बराड़ ने पूर्व पार्षद जगसीर सिंह समेत उनके साथी कुलवंत सिंह का पार्टी में शामिल होने पर स्वागत किया। जगसीर सिंह ने कहा कि वह पिछले कई सालों से कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए थे लेकिन उन्हें कांग्रेस में सम्मान नहीं मिल रहा था जिसके चलते उन्हें घुटन महसूस हो रही थी। इस मौके पर कुलदीप सिंह ढिल्लों सर्कल प्रधान, गुरदीप सिंह ढिल्लों, सूरत सिंह संधू और गुरचरण सिंह पुरबा हाजिर थे।