डिप्टी मेयर के जानलेवा हमले में फंसते ही कांग्रेस हुई आक्रामक
डिप्टी मेयर एवं अकाली नेता जरनैल सिंह दुन्नेके के जानलेवा हमले में फंसते ही स्थानीय राजनीति सरगर्म हो गई है।
जागरण संवाददाता, मोगा : डिप्टी मेयर एवं अकाली नेता जरनैल सिंह दुन्नेके के जानलेवा हमले में फंसते ही स्थानीय राजनीति सरगर्म हो गई है। गर्म स्वभाव के डिप्टी मेयर पहले से ही वे अंदर खाते कांग्रेस के निशाने पर थे। उन्होंने निगम को अपनी जगह देकर नंदीशाला शुरू कराई थी, नंदीशाला बन जाती है तो शहर में आवारा घूमते पशुओं की समस्या से बड़ी राहत मिल सकती थी, लेकिन उनके इस ड्रीम प्रोजेक्ट को कानूनी दांव पेंच में फंसाने के पीछे भी जनरैल सिंह के विरोधी गुट का ही हाथ माना जा रहा है, जिनमें कांग्रेस के कुछ लोगों का हाथ बताया जा रहा है।
इस बीच कांग्रेस के जिलाध्यक्ष महेशइंदर सिंह निहालसिंह वाला ने इस घटना के बाद घायल कांग्रेस वर्कर कुलवंत सिंह का सिविल अस्पताल में जाकर हालचाल पूछा। साथ ही उन्हें भरोसा दिया है कि वे उसे इंसाफ दिलाएंगे। जिलाध्यक्ष महेशइंदर सिंह का कहना है कि उन्होंने आज भी इस घटना को लेकर एसएसपी से बात की है, चार अक्टूबर को वे इस मामले में एसएसपी से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर जल्द से जल्द आरोपितों को गिरफ्तार कर जांच पूरी करने के लिए कहेंगे। कुलवंत सिंह कांग्रेस का सक्रिय कार्यकर्ता है।
उधर अकाली नेता अभी इस प्रकरण के बाद पूरी तरह शांत नजर आ रहे हैं। अकाली दल के सर्कल प्रधान बरजिदर सिंह बराड़ मक्खन से पूछने पर उन्होंने बताया कि उन्हें पूरी घटना की जानकारी नहीं हैं, लेकिन उन्हें सूचना ये मिली थी कि जरनैल सिंह पर कुछ लोग हावी हो रहे थे तो सेल्फ डिफेंस में उन्होंने गोली चलाई थी।
सूत्रों का कहना है स्थानीय राजनीति में भले ही अकाली दल के बड़े नेता सीधे रूप में जरनैल सिंह को करीब नहीं रखते हों, लेकिन ये भी बड़ी सच्चाई है कि जनरैल सिंह उन्हीं बड़े नेताओं के लिए कई मौके पर तुरुप के पत्ते साबित हुए हैं। हालांकि उन पर झगड़े, जानलेवा हमले के मामले पहले भी दर्ज होते रहे हैं, लेकिन इस बार मामला कांग्रेस कार्यकर्ता से सीधे जुड़ जाने के कारण कांग्रेस जनरैल सिंह के खिलाफ कोई मौका नहीं छोड़ना चाहेगी।