जिले में इस बार नहीं बिकेंगे चाइनीज पटाखे
जिले में इस बार चाइनीज पटाखों और आतिशबाजी की बिक्री नहीं हो सकेगी।
जागरण संवाददाता, मोगा : जिले में इस बार चाइनीज पटाखों और आतिशबाजी की बिक्री नहीं हो सकेगी। आतिशबाजी बिक्री के लिए जिले में कुल 30 लोगों को लाइसेंस जारी किए हैं। सभी लाइसेंसधारकों पर निगाह रखने के लिए तीन सदस्यीय मानिटिरिग कमेटी का गठन मंगलवार को कर दिया जाएगा। इसकी पुष्टि डीसी संदीप हंस ने की है। आने वाले दिनों में अगर मोगा जिले में प्रदूषण का स्तर पूअर, वेरी पुअर व सेंसेटिव कैटगरी में आया तो यहां पर आतिशबाजी पर पूरी तरह प्रतिबंध लग सकता है। ये आदेश एनजीटी की ओर से किए गए हैं।
डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस का कहना है कि अभी आतिशबाजी पर प्रतिबंध को लेकर सरकार की गाइडलाइन जारी नहीं हुई है, अगर सरकार से जो भी दिशा निर्देश मिलेंगे, उस पर प्रभावी ढंग से अमल किया जाएगा। डीसी ने बताया कि चाइनीज आतिशबाजी की बिक्री के लिए प्रशासन, एक्साइज विभाग व पुलिस की संयुक्त टीम गठित की जाएगी, जो लगातार आतिशबाजी बेचने वालों पर गिराह रखेगी।
हालांकि डीसी का कहना है कि पुरातन काल के इतिहास में जो तथ्य मिलते हैं उसमें दीपावली पर मिट्टी के दिए जाने के ही संकेत मिलते हैं। आतिशबाजी कोई तथ्य नहीं मिलता है। लोग खुशियों के दीप जलाएं, आतिशबाजी करके अपने परिवार व दूसरों की सांसों में जहर घोलने से बचें।
30 लोगों को जारी किए है लाइसेंस
गौरतलब है कि इस बार पूरे जिले में कुल 30 लोगों को आतिशबाजी बिक्री के लाइसेंस जिए गए हैं, जिनमें से 19 लाइसेंस मोगा शहर में बिक्री के लिए दिए गए हैं, शेष ग्रामीण क्षेत्र धर्मकोट, बाघापुराना, निहालसिंह वाला व कोट ईसे खां में दिए गए हैं। मोगा शहर में कोटकपूरा बाईपास चौक, डीएम कॉलेज के बाहरी खेल मैदान व कोटकपूरा रोड पर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के खाली मैदान पर बेचे जा सकेंगे।
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लोगों ने चाइनीज पटाखों से मोड़ा मुंह
पिछले साल चाइनीज आतिशबाजी को लेकर जिस प्रकार का विरोध देशभर में हुआ था, उसको लेकर इस बार शहर में आतिशबाजी बिक्री करने वालों ने चाइनीज आतिशबाजी से मुंह मोड़ लिया। आतिशबाजी का कारोबार करने वाले लोगों का कहना है कि हर साल दिवाली के लिए आतिशबाजी का आर्डर जनवरी महीने तक कैश पेमेंट के साथ देना होता था। पिछले साल का हाल देखते हुए इस बार किसी ने चाइनीज आतिशबाजी का आर्डर नहीं दिया है। सूत्रों का कहना है इन सबके बावजूद दलाल सक्रिय हैं, वे आतिशबाजी कारोबारियों के संपर्क में हैं, प्रशासन का रुख लचीचा रहा तो डिमांड के अनुसार तत्काल चाइनीज आतिशबाजी उपलब्ध करा दी जाएगी। सूत्रों का कहना है कि यह काम गोपनीय ढंग से चल रहा है।