लापरवाही प्रशासन की, लाठियां लोगों ने खाई
जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते कई स्थानों पर वीरवार को सुबह दुकानें खोलकर बैठे लोगों को पुलिस की लाठियां खानी पड़ी।
जागरण संवाददाता, मोगा/कोटईसे खां : जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते कई स्थानों पर वीरवार को सुबह दुकानें खोलकर बैठे लोगों को पुलिस की लाठियां खानी पड़ी। लोगों का कहना था कि टीवी चैनलों पर उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह को सुबह चार घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील देने की बात सुनी थी, जिसके आधार पर दुकानें खोली गई। उधर, जिला प्रशासन के अधिकारी कर्फ्यू में ढील के मुद्दे को लेकर बुधवार रात तक चुप्पी साधे रहे। रात को साढ़े आठ बजे डीसी संदीप हंस ने कर्फ्यू में ढील न देने का आदेश जारी किया। ये संदेश जिले के कई हिस्सों में लोगों तक नहीं पहुंचा। सुबह जैसे ही लोगों ने दुकानें खोली और भीड़ जुटी तो पुलिस ने लाठियां मारकर लोगों को भगाया।
शहर में वीरवार सुबह लगभग पांच बजे से बेदी नगर रेलवे फाटक (बंद फाटक) पर सब्जी मंडी की रेहड़ियां लग गईं। साढ़े छह बजे तक सब्जियों के खरीददारों की भीड़ जुट गई। पुलिस ने मौके पर भीड़ होते देख वहां रेहड़ी वालों व खरीदारी करने वालों को जमकर लाठियां बरसाईं। जब पुलिस की लाठियां चल रही थी तो लोग समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर हुआ क्या। दबी जुबान से यही कह रहे थे कि मुख्यमंत्री ने दुकानें खोलने की जानकारी दी थी, पुलिस लाठियां क्यों मार रही है।
डंडे मारने के बाद थाना प्रभारी बोले, कर्फ्यू में कोई ढील नहीं
थाना प्रभारी जसविदर सिंह वीरवार सुबह आठ बजे टीम के साथ शहर में दौरा करने पहुंचे, उस समय ज्यादातर दुकानें खुल चुकी थी। कई स्थानों पर तो खरीदारी करने वाले लोगों की भीड़ दिखी तो पुलिस ने लाठियां मारते हुए उन्हें भगाया। थाना प्रभारी ने लोगों को बताया कि कर्फ्यू में अभी कोई ढील नहीं मिली। अगर दोबारा किसी ने दुकान खोली तो मामला दर्ज किया जाएगा।