एसएसपी के बयान पर भड़की भाजपा, दी चुनौती
मोगा भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष विनय शर्मा जिला उपाध्यक्ष सुनील गर्ग एडवोकेट प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य एवं पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर अनिल बंसल महामंत्री बोहड़ सिंह सरदूल कंग व उपाध्यक्ष मुनीश मेनराय ने एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है जिसमें एसएसपी ने कहा है कि दुकानदारों को सिर्फ जुर्माना भरकर छोड़ दिया उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज नहीं की।
जागरण संवाददाता, मोगा
भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष विनय शर्मा, जिला उपाध्यक्ष सुनील गर्ग एडवोकेट, प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य एवं पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर अनिल बंसल, महामंत्री बोहड़ सिंह, सरदूल कंग व उपाध्यक्ष मुनीश मेनराय ने एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिसमें एसएसपी ने कहा है कि दुकानदारों को सिर्फ जुर्माना भरकर छोड़ दिया, उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज नहीं की। भाजपा नेताओं ने एसएसपी को चुनौती दी है कि अगर वे चाहते हैं तो दुकानदारों पर एफआइआर दर्ज करा दें, अहसान न करें। मगर, व्यापारियों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार न भाजपा बर्दाश्त करेगी और न शहर की जनता।
उन्होंने कहा है कि भाजपा कानून व्यवस्था में विश्वास करती है। कोरोना के दिनों में जब पुलिस ने अच्छा काम किया तो उसका दिल से स्वागत किया, लेकिन वही पुलिस अगर अन्याय करेगी तो उसे भी किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कानून में वर्दी जनता की सेवा के लिए मिलती है, मनमानी करने के लिए नहीं। कानून से ऊपर न दुकानदार हैं और न ही पुलिस अधिकारी। सभी को कानून के दायरे में रहकर ही बात करनी चाहिए। जिस तरह की बात एसएसपी ने की है कि सही नहीं है।
इससे पहले भाजपा नेता डीएसपी (सिटी) बरजिदर सिंह भुल्लर से भी शहर में बिगड़ती कानून व्यवस्था व दुकानदारों के साथ हुए अन्याय के मामले में मिले थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शहर के विधायक तक पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। पुलिस के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक बात और क्या हो सकती है। उस पर सरेआम व्यापारियों को धमकी देकर अपराधियों जैसा व्यवहार करना कतई शोभा नहीं देता है।
डीएसपी से मिलने वालों में मंडल अध्यक्ष विक्की सितारा, भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष राहुल गर्ग व राजन सूद भी शामिल थे।
जिलाध्यक्ष विनय शर्मा, उपाध्यक्ष सुनील गर्ग एव पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर अनिल बंसल ने डीएसपी भुल्लर को बताया कि सोमवार को दुकानदारों के साथ पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार करके थाने ले जाना व चालान काटने की कार्रवाई से पूरे शहर में पुलिस के प्रति रोष है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण पहले ही दुकानदार मंदी की मार झेल रहे हैं। आर्थिक मंदी के कारण दुकानदारों का काम जहां एक तरफ ठप होकर रह गया है, वहीं दुकानदारों को पुलिस द्वारा परेशान करना निंदनीय घटना है।
दुकानों को बंद करने का समय 8 बजे है। ये डीसी के आदेश हैं। मगर, पुलिस सात बजे दुकानें बंद कराती है, ये कहां का न्याय है। या फिर शहर में डीसी के आदेश कुछ और हैं व पुलिस के कुछ और, ये स्पष्ट किया जाए।