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नए साल में मिलेगा आयुष अस्पताल, जिले में सेहत सेवाओं में होगा सुधार

फोटो-23 -डीसी ने एक रुपये सालाना लीज की दर पर जमीन देने के प्रस्ताव पर ही लगाई मुहर -ढाई साल से अधूरे पड़े अत्याधुनिक सुविधाओं वाले मदर एंड चाइल्ड केयर ब्लॉक का काम भी शुरू -नए प्रोजेक्ट में ब्लॉक के साथ ही सिविल अस्पताल के सभी शौचालय सड़कों का भी होगा नवनिर्माण

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 Nov 2019 10:36 PM (IST)Updated: Wed, 27 Nov 2019 10:36 PM (IST)
नए साल में मिलेगा आयुष अस्पताल, जिले में सेहत सेवाओं में होगा सुधार
नए साल में मिलेगा आयुष अस्पताल, जिले में सेहत सेवाओं में होगा सुधार

सत्येन ओझा/राजकुमार राजू, मोगा : नए साल में शहर में हेल्थ केयर के क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। पिछले एक साल से सियासी दांव पेंच में फंसे 50 बेड के इंटीग्रेटेड आयुष अस्पताल को जमीन उपलब्ध कराने का रास्ता साफ हो गया है।

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डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस ने इस मामले में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप इसे जनहित का प्रोजेक्ट बताते हुए सस्ते दामों में जमीन उपलब्ध कराने की संस्तुति की है। वहीं ढाई साल से बंद पड़े अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं वाले मदर एंड चाइल्ड केयर ब्लॉक का अधूरा पड़ा काम फिर से शुरू हो गया है। इसके साथ ही पूरे मथुरादास सिविल अस्पताल के रेनोवेशन का काम भी शुरू कर दिया गया है, 31 मार्च तक काम पूरा किया जाना है। इसके बाद जहां मदर एंड चाइल्ड ब्लॉक का काम पूरा होगा, वहीं पूरे अस्पताल में शौचालयों, सड़कों, टाइल्स आदि का सौ प्रतिशत काम पूरा होना है।

50 बेड के इंटीग्रेटेड अस्पताल को लेकर पिछले एक साल से राजनीतिक दंगल में फंसी जमीन का मामला अब डीसी की रिपोर्ट पर हल हो जाएगा। छह करोड़ की लागत से बनने वाले आयुष अस्पताल के लिए नगर निगम की दुन्नेके में हाईवे किनारे खाली पड़ी 12 कनाल जमीन मांगी गई थी। पहले निगम हाउस ने जमीन डीसी रेट पर देने का प्रस्ताव पास कर दिया था। बाद में मामला तूल पकड़ा था तो निगम ने सर्वसम्मति से एक रुपये सालान लीज पर देने का फैसला सर्वसम्मति से पास करते हुए गेंद सरकार के पाले में छोड़ दी थी कि सरकार जो भी फैसला करे निगम जमीन देने को तैयार है। आयुष अस्पताल विधायक डॉ.हरजोत कमल के प्रयासों से मोगा के लिए मंजूर हुआ था। सरकार ने इस मामले में विवाद होने पर डीसी से रिपोर्ट मांगी थी, डीसी ने पिछले सप्ताह ही सरकार को लीज पर सस्ती दर पर (एक रुपये सालाना लीज) के प्रस्ताव पर ही मुहर लगाकर अपनी रिपोर्ट भेज दी है, सरकार से प्रस्ताव मंजूर होने पर निगम को जमीन हस्तांतरण के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।

वहीं दूसरी ओर तत्कालीन पंजाब हेल्थ सिस्टम कॉरपोरेशन के चेयरमैन बरजिदर सिंह बराड़ मक्खन के प्रयासों से मोगा में लगभग आठ करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक सुविधाओं वाली चार मंजिला मदर एंड चाइल्ड केयर ब्लॉक का निर्माण कार्य शुरू कराया गया था। इसका नींव पत्थर तत्कालीन सेहत मंत्री सुरजीत सिंह ज्याणी ने नौ दिसंबर 2014 को रखा था। कांग्रेस सरकार राज्य में आते ही निर्माण कार्य बंद हो गया था।

बाद में कांग्रेस विधायक डॉ.हरजोत कमल ने मथुरादास सिविल अस्पताल के सभी वार्डों व इमरजेंसी में बेहद खराब हालत में पड़े शौचालयों, सड़कों आदि का रेनोबेशन का काम दोबारा शुरू करा दिया है। रेनोबेशन के काम पुराने प्रोजेक्ट में शामिल नहीं थे। साल 2014 में ये प्रोजेक्ट 6.79 करोड़ रुपये का मंजूर किया गया था। ये प्रोजेक्ट पूरा होने के साथ ही मथुरादास सिविल अस्पताल 150 बिस्तरों का अस्पताल बन जाएगा। ये मिलेंगी सुविधाएं

चार मंजिली इमारत के लिए ग्राउंड फ्लोर के लिए 8,400 वर्ग फुट एरिया में नवजन्मे बच्चों के लिए ब्लाक के अलावा नर्स स्टेशन, रिसेप्शन, लेबर रूम तथा डॉक्टर रूम आदि बनाए जाएंगे। पहली मंजिल पर 7,950 वर्ग फुट एरिया कवर होना है, जिसमें किचन, डाइनिग हाल, जनरल वार्ड, दो प्राइवेट वार्ड, स्टोर, शौचालयों व नर्स स्टेशन होगा। दूसरी व तीसरी मंजिल पर 10 बेड के दो जनरल वार्ड, दो प्राइवेट वार्ड, शौचालय व नर्स स्टेशन होगा। तीसरी मंजिल में छह प्राइवेट वार्ड होंगे। चौथी मंजिल पर लेबर रूम होगा। नई इमारत में आधुनिक फायर फाइटिग की व्यवस्था, दो लिफ्ट, दो जेनरेटर सैट, सीसीटीवी कैमरे, इंटरनेट सुविधा व प्राइवेट वार्डो में एसी की सहूलित होगी।


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