लॉकडाउन में जिदगी लॉक हुई तो कलाकारों ने वाद्य यंत्रों के साथ किया प्रदर्शन
लॉकडाउन में वाद्य यंत्रों पर गायकों की संगत करने वाले उन्हीं कलाकारों की तरफ गायकों ने मुंह फेर लिए।
सत्येन ओझा, मोगा
वाद्य यंत्रों से निकलने वाले जिस संगीत की धुनों पर गायकों पर दौलत बरसती है, लॉकडाउन में वाद्य यंत्रों पर गायकों की संगत करने वाले उन्हीं कलाकारों को वैश्विक संकट में जब आर्थिक सहायता की जरूरत पड़ी तो गायकों ने मुंह फेर लिया। कुछ ने तो अपने संगत करने वालों के फोन कॉल ही ब्लैकलिस्ट में डाल दिए। अकेले मोगा शहर में ही बड़े गायकों के साथ उनकी छाया बनकर हर मंच पर उनके साथ रहने वाले ऐसे साजियों की संख्या 400 के करीब है।
गायकों के इस व्यवहार से परेशान होकर कुछ साजियों ने मंगलवार को शहर में वाद्य यंत्रों के साथ प्रदर्शन कर सरकार से मांग की कि मैरिज पैलेस व होटलों में शादियों की अनुमति दी जाए ताकि कम के कम वे शादी विवाह के मौके पर कुछ कमाकर अपना पेट तो पाल सकें। साजियों का ये हाल अकेले मोगा शहर या पंजाब का नहीं, बल्कि देश भर का है, मोगा से डेनियल नामक पैड कलाकार ने सोशल मीडिया पर पिछले दिनों कलाकार सुरक्षा मंच के नाम से साजियों को जोड़ने की मुहिम छेड़ी तो अब तक 11 राज्यों के पांच हजार से ज्यादा साजी इस मुहिम से जुड़ चुके हैं।
कोरोना वैश्विक संकट के बाद 23 मार्च से लॉकडाउन शुरू होते ही कलाकारों के साथ वाद्य यंत्रों पर संगत करने वाले तबला वादक, ऑक्टोपैड बजाने वाले, की बोर्ड, सारंगी पर संगत करने वाले कलाकारों का जीवन ही लॉक हो गया। संकट के दिनों में वाद्य यंत्र बजाने वाले कलाकारों के पक्ष में मोर्चा खोलने वाले ऑप्टोपैड कलाकार डेनियल ने बताया कि शुरूआत में तो सबने अपने काम चला लिया, लेकिन कुछ दिन बाद जब काम मिलना बंद हो गया तो ज्यादातर कलाकारों ने गायकों से मदद मांगनी शुरू की संकट के समय में उनकी कुछ आर्थिक मदद मिल जाए तो परिवार की गाड़ी चल सकती है। डेनियल का कहना है कि हैरानी तो इस बात की हुई कि कई नामी गिरामी गायकों ने उनके कई साथियों के फोन कॉल तक ब्लेक लिस्ट में डाल दिए।
डेनियल ने बताया कि नामी गिरामी गायक के साथ कोरस पर संगत करने वाले बुक्कनवाला रोड निवासी सन्नी का लॉकडाउन में पैर टूट गया था, उसके परिवार ने गायक से काफी मिन्नतें की लेकिन उन्होंने किसी प्रकार की सहायता करने से साफ मना कर दिया।
इसी प्रकार एक अन्य मोगा का गायक कलाकार रविदर मल्ला ने अरबाज खान की फिल्म जैक एंड दिल में एक गीत को अपनी आवाज दी है, कलर्स टीवी के एक बन रहे धारावाहिक का टाइटल सांग को आवाज दी है, लॉकडाउन के बिगड़े हालातों में आज वो नई दाना मंडी में लेबर का काम करके अपने परिवार का पेट पाल रहा है। सोशल मीडिया पर मुहिम छेड़ी
डेनियल का कहना है कि कलाकारों की इसी दुर्दशा को देख उन्होंने कलाकार सुरक्षा मंच के नाम से सोशल मीडिया पर मुहिम छेड़ी जो उससे 11 राज्यों के पांच हजार से ज्यादा कलाकार जुड़ चुके हैं, ये सभी कलाकार एक मंच पर आकर केन्द्र सरकार से कलाकारों के जीवन की सुरक्षा की मांग करेंगे। इसी मुहिम के तहत मंगलवार को सभी राज्यों में कलाकारों ने सांकेतिक रूप से प्रदर्शन किया।