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कोर्ट में केस हारे तो चाचा के बेटे को मारपीट कर शैलर के बाहर फेंका

-फोटो-19 -खेत से वापस लौटते समय किया अपहरण नशा सुंघाकर बेहोश करने का आरोप -परिजनों को बताने की बजाय घायल को 24 घंटे थाने में ही रखा अवैध हिरासत में -सोशल मीडियो पर गुमशुदगी का मैसेज वायरल होते ही पुलिस ने परिजनों को सौंपा संवाद सहयोगी बाघापुराना जमीन का केस अदालत में हार गए तो ताया के बेटों ने एक व्यक्ति को खुद ही सजा दे डाली अपने ही भाई का अपहरण कर नशीला पदार्थ सुंघाकर पहले उसे बेहोश किया बाद में जमकर मारपीट पर निहालसिंह वाला रोड पर एक शैलर के बाहर फेंककर फरार हो गए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 07:02 PM (IST)Updated: Tue, 10 Dec 2019 07:02 PM (IST)
कोर्ट में केस हारे तो चाचा के बेटे को मारपीट कर शैलर के बाहर फेंका
कोर्ट में केस हारे तो चाचा के बेटे को मारपीट कर शैलर के बाहर फेंका

हैरानी तो इस बात को लेकर है कि सड़क किनारे बेहोशी की हालत में पड़े व्यक्ति को देख बाघापुराना पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाने के बजाय 24 घंटे थाने में रखा। गुमशुदगी की लिखित शिकायत के बावजूद परिजनों को बाघापुराना पुलिस ने ये नहीं बताया कि जिसे वे तलाश रहे हैं वह उन्हीं के पास है। सोशल मीडिया पर गुमशुदगी का मैसेज वायरल हुआ तो पुलिस ने मामला बिगड़ते देख आनन-फानन में घायल को मथुरादास सिविल अस्पताल में भर्ती करा दिया।

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मोगा में पार्षद के बेटे के खिलाफ छेड़छाड़ का झूठा केस दर्ज करने के मामले में विवादों में फंसी पुलिस के लिए ये दूसरा मामला सामने आया है, जिसने खाखी को दागदार बना दिया है। गांव घोलियां कलां निवासी निर्मल सिंह पुत्र सुरजीत सिंह घोलियां कलां ने बताया कि उनका अपने ताया के बेटों के साथ जमीन का विवाद अदालत में चल रहा था। अदालत ने फैसला उनके हक में सुना दिया था। इस बात को लेकर ताया के बेटे उनसे रंजिश रखते हैं। रविवार शाम को जब वह अपने पिता को खेत में रोटी देकर मोटरसाइकिल पर वापस आ रहा था तो उसे उसके ताया के बेटों ने अगवा कर लिया था। बाद में उसे कोई नशीली वस्तु सुंघाकर बेहोश कर दिया, व उसके साथ मारपीट की। होश आया तो वह थाना बाघापुराना में था। पुलिस ने बताया कि वह निहाल सिंह वाला रोड स्थित एक शैलर के बाहर बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ था। वहां से पुलिस उसे उठाकर लाई है।

पुलिस ने नहीं कराई परिजनों से बात

अस्पताल में भर्ती निर्मल सिंह का आरोप है कि जब उसे थाने में होश आया तो उसने पुलिस को पूरी घटना की जानकारी को दी। लेकिन पुलिस ने उसकी कोई बात नहीं सुनी। निर्मल सिंह ने बताया कि सोमवार सुबह फिर उसने ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों से कहा कि उसके परिवार से उसकी बात कराई जाए, लेकिन पुलिस ने उसकी बात की अनदेखी कर दी। गुमशुदगी दर्ज कराने आए परिजनों को भी नहीं बताया

निर्मल सिंह का आरोप है कि सोमवार शाम को उसके परिजन थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराने थाने पहुंचे थे। उस समय पुलिस ने परिजनों से अर्जी ले ली, उसके फोटो भी ले लिए, लेकिन ये नहीं बताया कि वह थाने में ही है। थाने में गुमशुदगी दर्ज कराने के साथ ही परिजनों ने निर्मल सिंह की गुमशुदगी का मैसेज सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया। सोशल मीडियो पर गुमशुदगी का मैसेज वायरल होने पर थाना बाघापुराना पुलिस ने खुद को फंसते देख निर्मल सिंह के परिजनों को सूचित कि निर्मल सिंह थाने में है। वहां से परिजन निर्मल सिंह को मथुरादास सिविल अस्पताल लेकर आए जहां उसे भर्ती कराया गया है। अभी छुंट्टी पर, करवाउंगा जांच : थाना प्रभारी

थाना बाघापुराना के प्रभारी कुलविदर सिंह ने बताया कि वे छुट्टी पर हैं, लेकिन अगर थाने में ऐसा हुआ है, इस मामले की जांच कराई जाएगी, जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। करवाई जाएगी जांच : डीएसपी

बाघापुराना के डीएसपी केसर सिंह ने कहा कि उक्त मामला उनके ध्यान में है। पहले उक्त व्यक्ति उनको कभी किसी गांव तो कभी किसी गांव की बात कहकर भरमा रहा था लेकिन फिर भी मामले की जांच करेंगे, अगर कोई पुलिस कर्मचारी आरोपित पाया गया तो उसके खिलाफ भी सख्त एक्शन लिया जाएगा।


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