मोगा के बधनीकलां की घटना, प्रेमिका से अवैध संबंधों के शक में ले ली दोस्त की जान
थाना बधनीकलां पुलिस ने आखिरकार आठ दिन की जांच के बाद नछत्तर सिंह हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है।
संवाद सहयोगी, मोगा : थाना बधनीकलां पुलिस ने आखिरकार आठ दिन की जांच के बाद नछत्तर सिंह हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है। हत्यारोपित ने प्रेमिका के साथ अवैध संबंधों के शक में अपने ही दोस्त की जान ले ली। मामले की जांच कर रही पुलिस का प्रेम संबंधों में हत्या का शक उस समय पुख्ता हो गया जब नछत्तर सिंह की हत्या की जानकारी मिलने पर हत्यारोपित की प्रेमिका ने भी जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की कोशिश की। हालांकि पुलिस ने मृतक नछत्तर सिंह व हत्यारोपित अमरजीत सिंह उर्फ भिन्ना की काल डिटेल खंगाली तो नछत्तर सिंह व भिन्ना के साथ मोबाइल पर बातचीत के सबूत नहीं मिले। पुलिस अभी हत्यारोपित को गिरफ्तार नहीं कर सकी है, उसकी तलाश में कई स्थानों पर पुलिस ने दबिश दी है।
क्या है मामला
गांव मीनियां निवासी जमींदार लखबिदर सिंह उर्फ लक्खा के घर पर अमरजीत सिंह उर्फ भिन्ना नामक युवक रहता था। वह जमींदार के खेतों पर काम करता था। इसी दौरान भिन्ना के अवैध संबध जमींदार की बेटी के साथ हो गए थे। लक्खा के यहां गांव मीनियां का ही निवासी नछत्तर सिंह भी पिछले चार वर्षो से खेतों पर काम कर रहा था। इसी दौरान नछत्तर सिंह व अमरजीत सिंह की आपस में दोस्ती हो गई थी। जब नछत्तर सिंह काम के लिए जाता था तो अमरजीत सिंह की प्रेमिका भी उसके साथ बातचीत कर लेती थी जिससे अमरजीत सिंह को शक होने लगा कि नछत्तर सिंह के भी उसकी प्रेमिका के साथ संबंध हैं। इसी शक में उसने अपने ही दोस्त की जान लेने की योजना बना डाली। 15 फरवरी से लापता हुए थे दोनों
थाना बधनीकलां के प्रभारी इंस्पेक्टर कर्मजीत सिंह का कहना है कि नछत्तर सिंह (27) 15 फरवरी को अपने दोस्त अमरजीत सिंह के पास गया था, वहीं से दोनों बरनाला मोटरसाइकिल लेने के लिए गए थे। नछत्तर सिंह ने इस बात की जानकारी अपने पिता को दे दी थी कि वह अमरजीत सिंह के साथ बरनाला मोटरसाइकिल लेने जा रहा है। शाम तक जब अमरजीत सिंह घर नहीं लौटा तो पिता उसे ढूंढ़ते हुए लक्खा के घर पहुंचा, लेकिन जमींदार लक्खा ने बताया कि उन्हें अमरजीत सिंह व नछत्तर की कोई जानकारी नहीं है। रात तक नछत्तर सिंह घर नहीं लौटा तो नछत्तर सिंह का दूसरा भाई लोपो पुलिस चौकी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंच गया, लेकिन लोपो पुलिस चौकी ने गुमशुदगी को गंभीरता से नहीं लिया, न तो वायरलेस पर मैसेज किया न ही केस दर्ज किया। 18 फरवरी वीडियो के जरिये पता चला फरीदकोट में उपचाराधीन है नछत्तर
18 फरवरी को फरीदकोट से इंटरनेट मीडिया पर जारी एक अज्ञात घायल का वीडियो देखने के बाद परिजन फरीदकोट मेडिकल कालेज पहुंचे, लेकिन नछत्तर सिंह के सिर में गंभीर चोट होने के कारण वह बोल नहीं पा रहा था, बेहोशी की हालत में था। 25 फरवरी को नछत्तर सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस की लापरवाही से उठानी पड़ी परेशानी
मेडिकल कालेज में नछत्तर सिंह अज्ञात के रूप में भर्ती था, ऐसे में शव लेने के लिए भी परिजनों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा। क्योंकि पुलिस ने गुमशुदगी की न रिपोर्ट दर्ज की थी न वायरलेस किया था, जिस कारण परिजनों को अपने ही बेटे होने के सबूत देने पड़े तब जाकर कई घंटे की जद्दोजहद के बाद शव उन्हें मिल सका। नारेबाजी के बाद हरकत में आई थी पुलिस
पुलिस ने उस समय तक भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया, परिजनों ने जब एक मार्च को शव थाने में रखकर नारेबाजी शुरू की जब जाकर पुलिस हरकत में आई। मामले की जांच खुद थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कर्मजीत सिंह ने हाथ में ली। ..जब प्रेमिका ने भी जहर निगल खुदकुशी की कोशिश की
पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि नछत्तर सिंह का दोस्त अमरजीत सिंह उर्फ भिन्ना जो मोटरसाइकिल लेने उसके साथ गया था वह 15 फरवरी से ही गायब है, तो पुलिस को भिन्ना पर शक होने लगा। पुलिस का शक उस समय मजबूत हो गया जब नछत्तर सिंह की मौत के कुछ दिन बाद ही उसके दोस्त भिन्ना की प्रेमिका ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान देने की कोशिश की। पुलिस ने जब भिन्ना व नछत्तर सिंह के मोबाइल फोन की काल डिटेल निकलवाई तो पता चला जहर खाने वाली युवती के साथ भिन्ना की दिन में कई बार कई-कई घंटे बाद होती है, हालांकि नछत्तर सिंह के साथ भिन्ना की प्रेमिका की बातचीत के कोई सबूत नहीं मिल सके। युवती की जुबानी सच पता चला
लिस ने इस मामले में जब प्रेमिका से पूछताछ की तो सच सामने आ गया, प्रेमिका की पूछताछ में पुलिस को इतना पता चला कि भिन्ना को शक था नछत्तर सिंह के साथ भी उसके शक हैं। इसी आधार पर पुलिस ने इस मामले में अमरजीत सिंह उर्फ भिन्ना के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी का कहना है कि जल्द हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।