जिले में पहुंची 2600 कोरोना वैक्सीन, व्यवस्था देख भड़कीं डायरेक्टर
माघी के दिन कोरोना वैक्सीन मोगा सिविल अस्पताल में कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंच गई
राज कुमार राजू,मोगा
माघी के दिन कोरोना वैक्सीन मोगा सिविल अस्पताल में कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंच गई। पहली खेप में 2600 वैक्सीन पहुंची हैं। वैक्सीन पहुंचने से पहले पहुंची डायरेक्टर फेमिली हेल्थ वेलफेयर विभाग की डायरेक्टर डा.अंदेश कंग ने वैक्सीन रखने की व्यवस्थाओं में गंभीर खामियां देख स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। वैक्सीनेशन 16 जनवरी से शुरू होनी है और जहां वैक्सीन लगाई जानी है, उस केन्द्र में रखी टेबलों पर धूल देखकर डायरेक्टर का पारा हाई हो गया। सिविल सर्जन डा.अमरप्रीत कौर बाजवा व सहायक सिविल सर्जन डा.जसवंत सिंह भी बिना किसी सूचना के अनुपस्थिति मिले। इससे डायरेक्टर का गुस्सा और भी ज्यादा बढ़ गया। लगभग डेढ़ घंटे सिविल सर्जन आफिस में रहीं डायरेक्टर ने अपनी मौजूदगी में व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराया।
डा.मथुरादास सिविल अस्पताल में स्थित सिविल सर्जन आफिस में वेक्सीन पहुंचने से डायरेक्टर फैमिली हेल्थ वेलफेयर डा. अंदेश कंग करीब ढाई बजे सिविल सर्जन ऑफिस में पहुंची। सबसे पहले वे उस कक्ष में पहुंची जहां वैक्सीनेशन की रिहर्सल के रूप में ड्राई रन हुआ था। ड्राई रन के दौरान जिस प्रकार से टेबल आदि लगाई गई थीं वे समेट दी गई थीं, एक दो टेबल रखी थीं उन पर धूल जमी थी, इसे देखते ही डा.अंदेश का पारा चढ़ गया। घटिया प्रबंधों से नाराज डा.अंदेश ने जिला टीकाकरण अफसर डाक्टर एच के शर्मा को बुलाकर उन्हें खूब खरी खोटी सुनाईं। उन्होंने पूछा किसके आदेश पर ड्राई रन के दौरान बनाई व्यवस्था को खत्म किया गया है। वेक्सीनेशन के लिए जो रजिस्टर आदि तैयार किया जाना था वह भी मौके पर नहीं मिला।
डा कंग ने कहा कि छोटे-छोटे जिलों में भी बेहतर प्रबंध किए हैं यहां पर बदहाली क्यों।
जांच के बाद होगा टीकाकरण
डा. कंग ने बताया कि टीकाकरण से पहले रजिस्ट्रेशन,वैक्सीनेशन, डाटा एकत्रित किया जाएगा। खून की जांच कर पता किया जाएगा कि किसी प्रकार की एलर्जी तो नहीं है। गर्भवती महिलाओं की खास जांच की जाएगी। टीकाकरण के लिए नौ स्थानों का चयन किया गया है। जबकि वैक्सीन छह स्थानों पर स्टोर की गई है, मोगा, धर्मकोट, बाघापुराना, निहालसिंह वाला डुढीके, कोटईसे खां व डरोली भाई केन्द्रों पर। यहां पर छह टीमें टीकाकरण के लिए बनाई हैं, हर टीम एक दिन में 100 टीके लगाने में सक्षम है। पहले चरण में 1170 स्वास्थ्य मुलाजिमों को वेक्सीन दी जाएगी, जिन्होंने कोरोना काल में सबसे आगे रहकर काम किया है। स्टेप वन- वेरीफिकेशन के साथ प्रवेश
टीका लगवाने आने वाले का सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स केंद्र में प्रवेश से पहले मुख्य द्वार पर वेरिफिकेशन करेंगे। टीकाकरण उन्हीं का होगा जिन्होंने कोवा एप में रजिस्ट्रेशन कराया होगा, वहां से उन्हें नंबर व समय मिलेगा। उसी के आधार पर टीकाकरण होगा। कोविड एप में रजिस्टर्ड आवेदन की जांच के बाद टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू होगी। संबंधित व्यक्ति का आधार या अन्य पहचान पत्र को देखकर हैंड सैनिटाइजर कराकर उसे टीकाकरण केंद्र पर प्रवेश दिया जाएगा।