नहीं माने पूर्व विधायक औलख छोड़ेंगे शिअद का साथ
अभी चुनाव भी नही आये हैं कि मानसा में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है।
नानक सिंह खुरमी , मानसा : अभी चुनाव भी नही आये हैं कि मानसा में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है। राजनीतिक पार्टियों में भारी घमासान देखने को मिल रहा है। जिले में अकाली दल बादल के कई दिग्गज पार्टी से नाराज चल रहे हैं। जिसके चलते उन्होंने ने शिअद बादल को छोड़ने की तैयार में है, वही उनको पार्टी के स्थानीय विभिन्न नेताओं ने मनाने के काफी यत्न किए मगर वही नहीं माने जिस पर केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल तथा पार्टी के प्रधान तथा पूर्व उप-मुख्य मंत्री सुखबीर बादल भी नहीं मना पाए हैं। नाराज नेताओं में सुखदेव सिंह ढींडसा व परमिदर ढींडसा द्वारा सेंधमारी की जा रही है। इससे कई नेता उनके साथ जुड़ रहे हैं। मानसा हलके से अब शिअद के पूर्व विधायक सुखविदर सिंह औलख शिअद बादल को अलविदा कहने जा रहे है। उल्लेखनीय है 31 जुलाई को पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, बलविदर सिंह भूंदड़ ,सिकंदर सिंह मलूका ने सुखविदर सिंह औलख को मनाने उनके आवास पर पहुंचे थे। उन्होंने इस बारे में भी सोच विचार करने को कहा था।
पूर्व विधायक व पनसीड के पूर्व चेयरमैन सुखविदर सिंह औलख ने कहा कि वह काफी समय से पार्टी से नाराज हैं। इसमें पंथक मुद्दे , बहिबल कलां कांड व डेरा सच्चा सौदा सिरसा के मुखी को माफी जैसे मामले शामिल है। उनको पार्टी में सम्मान नहीं मिल पा रहा था। आने वाले दिनों में अब शिअद डेमोक्रेटिक में अपनी राजनीतिक गतिविधियां करने जा रहे हैं। फोटो 06,07 हरबंस सिंह बरेटा व बूटा सिंह कुलाना फाइल फोटोस
शिअद के दो नेताओं पूर्व चेयरमैन प्राथमिक कृषि विकास बैंक हरबंस सिंह बरेटा व पीएडीबी के पूर्व चेयरमैन बूटा सिंह कुलाना ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बरेटा व कुलाना ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल ने बेअदबी मामले व डेरा मुखी को भी माफी दिए जाने को लेकर आहत हैं। वही टकसाली वर्करों की पार्टी में अब कोई नहीं पूछता है, इसे लेकर वह पार्टी को अलविदा कहा।