Move to Jagran APP

किसानों के रोष को देखते दफ्तर नहीं आए डीसी मानसा

जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में किसानों के चल रहे धरने को देखते डीसी मानसा कार्यालय नहीं आए। अपने घर में ही जिला अधिकारियों से बैठकें करते रहे। धरने के कारण अन्य जिला अधिकारी भी अपने अपने दफ्तरों में जा नहीं पा रहे है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Oct 2020 11:49 PM (IST)Updated: Thu, 15 Oct 2020 05:05 AM (IST)
किसानों के रोष को देखते दफ्तर नहीं आए डीसी मानसा
किसानों के रोष को देखते दफ्तर नहीं आए डीसी मानसा

जागरण संवाददाता, मानसा : जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में किसानों के चल रहे धरने को देखते डीसी मानसा कार्यालय नहीं आए। अपने घर में ही जिला अधिकारियों से बैठकें करते रहे। धरने के कारण अन्य जिला अधिकारी भी अपने अपने दफ्तरों में जा नहीं पा रहे है।

loksabha election banner

भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां द्वारा रेल रोको आंदोलन के दौरान बुढलाडा में रेल पटरी पर दिए धरने में महिला तेज कौर की हुई मौत के बाद परिवार को मुआवजा की मांग को लेकर तीन दिन से धरना दिया जा रहा है। डीसी तीन दिन से अपने दफ्तर नहीं आ रहे हैं। जत्थेबंदी ने ऐलान किया है कि जब तक उनकी यह मांग नहीं मानी जाती तब तक डीसी दफ्तर मानसा का घेराव अनश्चितकालीन समय के लिए जारी रहेगा।

घेराव के दौरान राम सिंह भैणीबाघा ने कहा केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ चल रहे आंदोलन के समय एक महिला की जान चली गई है। मगर कैप्टन सरकार उसके परिवार को आर्थिक सहायता देने से भी भाग रही है। इसे सहन करना कठिन है। इस मौके इंदरजीत सिंह झब्बर, उत्तम सिंह रामांनन्दी, जगदेव सिंह भैणीबाघा, जरनैल सिंह टाहलियां ने भी संबोधन किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.