किसानों के रोष को देखते दफ्तर नहीं आए डीसी मानसा
जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में किसानों के चल रहे धरने को देखते डीसी मानसा कार्यालय नहीं आए। अपने घर में ही जिला अधिकारियों से बैठकें करते रहे। धरने के कारण अन्य जिला अधिकारी भी अपने अपने दफ्तरों में जा नहीं पा रहे है।
जागरण संवाददाता, मानसा : जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में किसानों के चल रहे धरने को देखते डीसी मानसा कार्यालय नहीं आए। अपने घर में ही जिला अधिकारियों से बैठकें करते रहे। धरने के कारण अन्य जिला अधिकारी भी अपने अपने दफ्तरों में जा नहीं पा रहे है।
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां द्वारा रेल रोको आंदोलन के दौरान बुढलाडा में रेल पटरी पर दिए धरने में महिला तेज कौर की हुई मौत के बाद परिवार को मुआवजा की मांग को लेकर तीन दिन से धरना दिया जा रहा है। डीसी तीन दिन से अपने दफ्तर नहीं आ रहे हैं। जत्थेबंदी ने ऐलान किया है कि जब तक उनकी यह मांग नहीं मानी जाती तब तक डीसी दफ्तर मानसा का घेराव अनश्चितकालीन समय के लिए जारी रहेगा।
घेराव के दौरान राम सिंह भैणीबाघा ने कहा केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ चल रहे आंदोलन के समय एक महिला की जान चली गई है। मगर कैप्टन सरकार उसके परिवार को आर्थिक सहायता देने से भी भाग रही है। इसे सहन करना कठिन है। इस मौके इंदरजीत सिंह झब्बर, उत्तम सिंह रामांनन्दी, जगदेव सिंह भैणीबाघा, जरनैल सिंह टाहलियां ने भी संबोधन किया।