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पंजाब एंड यूटी पेंशनर्स साझा मोर्चा की भूख हड़ताल जारी

पंजाब सरकार के खिलाफ पंजाब एंड यूटी पेंशनर्स के सदस्यों द्वारा डीसी दफ्तरों के आगे सुबह नौ से शाम पांच बजे तक भूख हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही।

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Mar 2021 08:55 PM (IST)Updated: Fri, 05 Mar 2021 08:55 PM (IST)
पंजाब एंड यूटी पेंशनर्स साझा मोर्चा की भूख हड़ताल जारी
पंजाब एंड यूटी पेंशनर्स साझा मोर्चा की भूख हड़ताल जारी

संस, मानसा: पंजाब सरकार के खिलाफ पंजाब एंड यूटी पेंशनर्स के सदस्यों द्वारा डीसी दफ्तरों के आगे सुबह नौ से शाम पांच बजे तक भूख हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही।

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नेताओं ने बताया कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने चुनाव मैनिफेस्टो में अनेकों वादे किए, लेकिन पूरे नहीं किए गए। भूख हड़ताल की अध्यक्षता एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष लक्खा सिंह सहारना, राज कुमार रंगा, राजवीर सिंह, हरी सिंह सहारना ने की। भूख हड़ताल में बिक्कर सिंह, राम गोपाल शर्मा, सोम बहादर, दर्शन सिंह नंगल, मिट्ठू सिंह, जसपाल सिंह, भप्पा सिंह, जस्सी कुमार, दारा सिंह बैठे। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जातीं तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। धरने को बलजीत सिंह बरनाला, जसवीर सिंह, जग्गा सिंह, पिर्थी सिंह मान, राजवीर सिंह भीखी, कृष्ण जोगा, कमलेश कुमारी, मैडम सुखवंत कौर, रेशम कौर, मैडम कांता गुप्ता, सोमदत्त, जरनैल सिंह लल्लुआना, गुरतेज सिंह तामकोट आदि नेताओं ने संबोधित किया। पुडा मुलाजिमों ने की कलम छोड़ हड़ताल सरकार की तरफ से किए जा रहे विभागों के पुनर्गठन एवं पुडा में डेपुटेशन पर लाए गए अधिकारियों व कर्मचारियों के विरोध में शुक्रवार को बीडीए कंप्लेक्स में दो घंटे के लिए कलम छोड़ हड़ताल करते हुए मुलाजिमों ने अपना रोष जाहिर किया। इसमे बड़ी संख्या में अधिकारी व मुला•िाम शामिल हुए।

उन्होंने सरकार व प्रशाशन से अपील की कि यदि विभागों के पुनर्गठन की प्रकिया को तुरंत न रोका व मुलाजिमों की बनती मांगी को पूरा न किया तो आने वाले समय में संघर्ष को तेज किया जा सकता है। इस हड़ताल के चलते दो घंटे के लिए काम काज भी पूरी तरह से ठप रहा। पुडा मुलाजिमों की स्थानीय ज्वाइंट संघर्ष समिति के प्रधान इंजी अमनप्रीत सिंह सिंह ने बताया कि यह हड़ताल प्रदेश समिति के आह्वान पर की गई थी। इस दौरान पंजाब के सभी पुडा भवनों में मुलाजिमों की तरफ से यह कलम छोड़ हड़ताल की गई। इसके बाद प्रदेश समिति द्वारा जो भी फैसला लिया जाएगा, उसी प्रकार से मुलाजिम आगे की रणनीति अपनाएंगे।


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