Move to Jagran APP

अब सरकार की बरेटा की बजाय बुढलाडा के सरकारी अस्पताल पर है नजर

बेशक पंजाब सरकार द्वारा प्रदेश निवासियों को बढि़या सेहत सुविधाएं देने के दावे किए जाते हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 06:12 PM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 06:12 PM (IST)
अब सरकार की बरेटा की बजाय बुढलाडा के सरकारी अस्पताल पर है नजर
अब सरकार की बरेटा की बजाय बुढलाडा के सरकारी अस्पताल पर है नजर

एसके शर्मा, बरेटा : बेशक पंजाब सरकार द्वारा प्रदेश निवासियों को बढि़या सेहत सुविधाएं देने के दावे किए जाते हैं, लेकिन यह दावे शहर में आकर फेल साबित होते हैं। यहां के सरकारी अस्पताल में कोई सुविधा या डॉक्टर न होने से लोगों को अपना इलाज निजी अस्पतालों में करवाना पड़ रहा है। यहां पर साल 2010 में 30 बेड वाले सरकारी अस्पताल में 54 के करीब स्टाफ के पद मंजूर किए हैं। आज तक इस में मात्र 13 लोगों का स्टाफ ही है, तथा 42 पद आज भी रिक्त पड़े हुए है। इसमें सिर्फ एक डॉक्टर ही अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है।

loksabha election banner

सूत्रों की माने तो यहां के सरकारी अस्पताल के सामान को बुढलाडा के सरकारी अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है। करोड़ों रुपये की लागत से बनी बरेटा शहर के सरकारी अस्पताल की यह इमारत अब खंडहर में तबदील हो जाएगी ।

इस संबंध में अपना क्लब के सदस्यों गगनदीप सिंह सुखविदर शर्मा, दिलील सिंह व कुलदीप सिंह ने कहा कि सिविल अस्पताल में स्टाफ की कमी को लेकर सेहत विभाग,पंजाब सरकार व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल तक भी पहुंच की गई है। मगर आज तक किसी ने इस का कोई हल नहीं निकला है। इस कारण यह अस्पताल सुविधाओं से वंचित रहा है। उन्होंने कहा कि अगर शहर वासियों ने एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद नहीं की तो सेहत विभाग इस अस्पताल का सारा सामान भी बुढलाडा शिफ्ट कर देगा।

इस अवसर पर एसएमओ गुरचेतन प्रकाश ने कहा कि अस्पताल में खाली पडे़ पदों के बारे में सरकार को अवगत करवा जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधा को देखते हुए बरेटा सिविल अस्पताल से दो एसी को बुढलाडा में लगा दिया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.