कॉपी.. मोदी सरकार का बजट मजदूर विरोधी
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संस, मानसा: मोदी सरकार के वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर से पेश किये बजट को मजदूर विरोधी बताते हुए गांव बुर्ज झब्बर में मजदूरों ने बजट की कॉपियां जलाकर रोष जताया। इस मौके पर जिला कन्वीनर कॉमरेड अमरीक समाओं व मजदूर मुक्ति मोर्चा पंजाब के जिला नेता गुरसेवक मान ने कहा कि जब से देश आजाद हुआ है तब से सत्ताधारी पार्टियों की ओर से मजदूरों को अनदेखा किया जा रहा है तथा मजदूरों को मात्र वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। मोदी सरकार द्वारा 2018-19 का जो बजट पेश किया है।
उसमें मनरेगा व मजदूरों के बारे कोई बात नहीं है। सरकार द्वारा गरीब परिवार को स्वच्छ भारत के तहत शौचालय बनाकर देने के वादे किए थे, मगर बड़ी संख्या में मजदूर घरों के बिना रहने के लिए मजबूर हैं। इस मौके पर भोला ¨सह झब्बर और जगदेव ¨सह मौजूद थे।
शिक्षा विरोधी बजट-आइसा
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के नेता प्रदीप गुरू ने कहा कि मोदी सरकार के लोक लुभाऊ बजट की उस समय फूंक निकल गई जब शिक्षा पर होने वाले खर्च में कटौती कर दी गई। आइसा नेता ने कहा कि मोदी सरकार का यह बजट जहां शिक्षा विरोधी है वहां बहु -राष्ट्रीय कंपनियों को शिक्षा के नाम पर खुली लूट करने के द्वार खोल रही है।
लॉलीपाप देकर क्या जता रहे मंत्री जी
उधर बजट को लेकर लिबरेशन ने भी अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि देश के 50 करोड़ लोगों के लिए सेहत बीमा के नाम पर लॉलीपाप देकर अखिर क्या जता रहे मंत्री जी, इस अवसर पर गुरमीत ¨सह बखतुपर व कामरेड सुखदर्शन नत्त ने कहा कि देश की भलाई के लिए ऐसी कोई स्कीम ही नहीं लागू की गई जोकि जनहित के लिए लाभदायक हो। यह बजट किसी भी वर्ग के लिए लाभदायक नहीं है।