प्राइवेट स्कूलों में पंजाबी बोलने पर होता है जुर्माना
मानसा जिले में कई निजी स्कूलों में पंजाबी भाषा बोलने पर भी स्कूल के बाों को भारी जुर्माने किया जाता है। अपनी मातृ भाषा बोलने पर भी बचों पर पाबंदियां लगाकर उन्हें जबरन विदेशी भाषाएं सिखाई जा रही हैं।
नानक सिंह खुरमी, मानसा : जिले में कई निजी स्कूलों में पंजाबी भाषा बोलने पर भी स्कूल के बच्चों को भारी जुर्माने किया जाता है। अपनी मातृ भाषा बोलने पर भी बच्चों पर पाबंदियां लगाकर उन्हें जबरन विदेशी भाषाएं सिखाई जा रही हैं। पंजाबी मातृभाषा सतिकार कमेटी के नेता लक्खा सिधाना की अगुआई में इस संबंध में एक शिष्टमंडल ने जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) सुभाष चंद्र से भेंट की और उन्हें जिले के कई प्राईवेट स्कूलों में पंजाबी भाषा बोलने पर लगाई जा रही पाबंदियों और बच्चों को पंजाबी बोलने पर जुर्माना लगाए जाने को लेकर एक ज्ञापन भी दिया। ज्ञापन में उन्होंने ने कहा है कि जल्द से जल्द उक्त स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। शिष्टमंडल ने बताया कि मानसा जिले के कई प्राईवेट स्कूलों में स्थानीय बच्चों के पंजाबी बोलने पर पाबंदी लगाई जा रही है और जबरन उन्हें अंग्रेजी भाषा में बातचीत करने को कहा जाता है। अगर कोई बच्चा पंजाबी बोलता है तो उसे जुर्माना भी लगाया जाता है। विदेशी भाषा सिखाने के नाम पर बच्चों को उनकी मातृ भाषा से दूर किया जा रहा है।
कार्रवाई न होने पर करेंगे संघर्ष : सिधाना
मातृ भाषा सतिकार कमेटी के नेता लक्खा सिधाना ने कहा कि इसे लेकर वह जिले के उच्च शिक्षा अधिकारियों से मिलकर आए हैं और इस बारे में यदि सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की तो वह संघर्ष करेंगे। विद्यार्थी जत्थेबंदी आइसा नेता प्रदीप गुरू, गुरविन्दर नन्दगढ़, सतनाम मानसा भी इस अवसर पर मौजूद थे।