बैंकों व निजी फाइनांस कंपनियों के खिलाफ रोष मार्च निकाला, जिला अधिकारियों को दिया ज्ञापन
शहरी व ग्रामीण अनुसूचित जाति की महिलाओं को निजी फाइनांस कंपनियों व बैंकों द्वारा दिए गए कर्ज वसूल करने के तहत अब लॉकडाउन में भी परेशान किया जा रहा है।
जासं, मानसा : शहरी व ग्रामीण अनुसूचित जाति की महिलाओं को निजी फाइनांस कंपनियों व बैंकों द्वारा दिए गए कर्ज वसूल करने के तहत अब लॉकडाउन में भी परेशान किया जा रहा है। इसके विरोध में मजदूर मुक्ति मोर्चा ने वीरवार को शहर में रोष मार्च निकाला व जिला अधिकारियों को ज्ञापन दिया। जत्थेबंदी के प्रदेश प्रधान कामरेड भगवंत सिंह समायों ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बिना किसी तैयारी के देश में लॉकडाउन लगाया, जिस कारण गरीब लोग परेशान हो रहे हैं। सरकार द्वारा किरत कानून में बदलाव करने का फैसला कर मजदूर विरोधी होने का सबूत दिया है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट कंपनियों व बैंकों द्वारा अनुसूचित जाति की महिलाओं द्वारा लिए गए कर्ज की वसूली के लिए कंपनियां व बैंक दबाव बनाकर परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जत्थेबंदी द्वारा किसी भी समान की कुर्की नहीं होने दी जाएगी। इस अवसर पर जिला प्रधान निक्का सिंह बहादरपुर, गुरसेवक मान,शहरी नेता विदर अलख, रोही खान, कृष्णा कौर, रानी कौर, महिदर कौर, शिदर कौर, कामरेड अमरीक सिंह समायों, धर्म सिंह खुडाल, प्रदीप गुरु, जरनैल मानसा, कशमीर सिंह, गुलाब सिंह के अलावा अन्य मौजूद थे।