रेल रोको आंदोलन से जरूरी वस्तुएं हो सकती हैं महंगी
देश में कोरोना वायरस को लेकर लोगों की जिदगी में भारी बदलाव आए हैं। ऐसे में तीन माह के लाकडाउन के बाद देश ने रफ्तार पकड़ी थी मगर अब किसानों के आंदोलन के कारण फिर से बहुत कुछ मुश्किलें होनी शुरू हो गई हैं।
नानक सिंह खुरमी, मानसा : देश में कोरोना वायरस को लेकर लोगों की जिदगी में भारी बदलाव आए हैं। ऐसे में तीन माह के लाकडाउन के बाद देश ने रफ्तार पकड़ी थी मगर अब किसानों के आंदोलन के कारण फिर से बहुत कुछ मुश्किलें होनी शुरू हो गई हैं। कृषि कानून के विरोध में किसान रेल पटरियों पर बैठे है, तो वही दूसरी ओर सरकारें भी अपनी जिद नहीं हट रही। इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना ही पड़ेगा। आंदोलन से जरूरी वस्तुएं महंगी हो सकती हैं। धरनो से पंजाब के फिरोजपुर डिवीजन की 325 रेल गाड़ियां और 650 माल गाड़ीयां रद हो गई है। इससे भी आने वाले दिनों में उक्त सामान जैसे कि यूरिया, बारदाना, प्या•ा, सीमेंट, पेट्रोल और डीजल उनका आना बंद हो चुका है। इस कारण जरूरी वस्तुएं अब महंगी हो सकती है।
क्या कहते है आम किसान व लोग
मानसा के किसान रुलदू सिंह ने केंद्र की मोदी सरकार ने जब से सत्ता संभाली है, तब से वह लोगों का जीना दुखी कर रहा है। जिस कारण आम किसान के साथ साथ समूह वर्ग आज रेल पटरियों पर है। इससे आम वर्ग भी परेशान है। मोदी सरकार को चाहिए कि वह देश विरोधी कानून न बनाए व उनको वापिस ले। ताकि आम वर्ग चक्की में न पिसे।
मानसा के कस्बा बरेटा के अध्यापक नेता जसवीर खुडाल ने कहा कि सरकारों की गलतियां की सजा देश की जनता भुगत रही है, जब भी कोई ऐसी बात होती है, जोकि आम वर्ग के हितों को अन देखा करने वाली बात हो तो सरकारें लोगों से छिपाकर ऐसे कानून बना लेती है, जोकि जनता के ही खिलाफ हो। मगर ऐसा होने से आम वर्ग तो महंगाई की चक्की में पिसने जा रहा है। जसबीर कौर नत्त ने कहा कि यह कोई आज नई बात नहीं है, जब सरकारों ने ऐसे फैसले लिए हो जोकि आम लोगों के हितों की रक्षा करते हो। तथा सरकार के ऐसे फैसलों से अब भी अगर लोगों ने मोदी का साथ दिया तो बहुत बड़ी भूल करने जा रहे है, क्योंकि उनकी नीतियां ही ऐसी तैयार की है, जिनकी समझ बहुत कम लोगों को है।
संघर्षशील संगठन के नेता भगवंत समाओं ने कहा कि किसानों के धरने लगाने से जरूरी वस्तुओं के रेट में भारी तेजी आएगी। यह सही है क्योंकि जब हमारे यहां आने वाला कई सामान जैसे कि यूरिया, बारदाना, प्याज, सीमेंट, पेट्रोल और डीजल का हमारे शहर में आना बंद हो जाएगा, तो उससे जुड़ी जरूरी वस्तुएं तो महंगी होंगी व आम वर्ग गरीबी में पिसना तय है।