मुआवजे की मांग को लेकर डीसी आफिस का किया घेराव
कृषि सुधार कानून के खिलाफ दिए धरने के दौरान रेल टै्रक पर गिरने से बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी।
जागरण संवाददाता, मानसा : 31 किसान संगठनों के आह्वान पर कृषि सुधार कानून के खिलाफ दिए धरने के दौरान रेल टै्रक पर गिरने से बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी। सोमवार को मानसा में बुजुर्ग महिला की मौत के चौथे दिन परिवार को सरकारी मुआवजा दिलाने के लिए किसान संगठनों ने डीसी आफिस का घेराव किया। जिला प्रबंधकीय परिसर के मुख्य द्वार पर बड़ी संख्या में किसान बैठ गए। डीसी आफिस में जाने के सभी रास्ते बंद कर दिए। इस मौके पर किसानों ने बाल भवन व थाना सिटी टू के समक्ष लगाए धरने के दौरान किसी को भी अंदर व बाहर जाने नहीं दिया। इससे दफ्तरों में जाने वाले बाबू व आम लोगों के साथ जिससे जिला प्रबंधकीय परिसर में सभी अधिकारी व कर्मी फंस कर रह गए। धरना करीब 11 बजे से लेकर समाचार लिखे जाने तक जारी था।
बरेह गांव की बुजर्ग महिला तेज कौर के परिवार को मुआवजा देने समेत अन्य मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसानों ने डिप्टी कमिश्नर के दफ्तर का मेन गेट घेर लिया। जत्थेबंदी ने एलान कर दिया है कि घेराव मांगों माने जाने तक जारी रहेगा। इसे लेकर भाकियू उगराहा ने सरकार समक्ष अपनी कुछ मांगें रखी थी। इसमें तेज कौर बरेह के परिवार को दस लाख रुपये का मुआवजा, एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी और पूरे परिवार का कर्जा माफी जैसी मांगें शामिल हैं। इस बारे में बुढलाडा सिविल प्रशासन से साथ बैठक हुई मगर बातचीत किसी नतीजे पर नहीं पहुंची थी। इसको लेकर मानसा जिला प्रशासन से अपनी मांगें मनवाने के लिए धरना लगाया गया है।
उधर बुजुर्ग तेज कौर के शव को बुढलाडा के सरकारी अस्पताल में रखा हुआ है। जत्थेबंदी के जिला प्रधान राम सिंह भैनीबाघा ने कहा सरकारों द्वारा किसानों की समस्याएं हल नहीं की जातीं तो उनको संघर्ष के मैदान में आना पड़ता है।
इस मौके इंदरजीत सिंह झब्बर, महिदर सिंह रोमाना, जोगिदर सिंह दयालपुरा, जगदेव सिंह भैणीबाघा, मलकीत सिंह कोटधरमू, व उत्तम सिंह रामांनंदी व जग्गा सिंह जटाना आदि मौजूद थे।
डीसी मुश्किल से अपने कार्यालय से निकले
डीसी महिदरपाल गुप्ता शाम को जैसे तैसे निकल गए। शाम के करीब पांच बजे डीसी खुद भी किसानों से बचते-बचाते हुए अपने दफ्तर से बाहर निकले। वह एसएसपी मानसा के आवास स्थान पर होते हुए बाहर निकल जाने में सफल रहे।