ईटीटी अध्यापक यूनियन ने किया संघर्ष का ऐलान
ईटीटी अध्यापक यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर पंजाब सरकार के खिलाफ कड़ा संघर्ष करने का फैसला किया है।
संस मानसा: ईटीटी अध्यापक यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर पंजाब सरकार के खिलाफ कड़ा संघर्ष करने का फैसला किया है।
यूनियन के प्रदेश कमेटी सदस्य राजेश कुमार बुढलाडा ने कहा कि 2004 के बाद भर्ती हुए समूह मुलाजिम वर्ग द्वारा पुरानी पेंशन सकीम को बहाल करने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ संघर्ष करने का ऐलान किया गया है। इस अवसर पर यूनियन के जिला प्रधान खुशविदर सिंह ने कहा कि अध्यापक सरकार के खिलाफ संघर्ष करने के लिए तैयार हैं। डीटीएफ ने फूंका शिक्षा सचिव का पुतला डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ) पंजाब की अगुआई में एसएसए रमसा अध्यापक यूनियन, 6505 ईटीटी अध्यापक यूनियन व 6060 अध्यापक यूनियन के आदर्श माडल अध्यापक यूनियन ने शिक्षा सचिव का पुतला फूंक रोष जताया।
जत्थेबंदी के जिला प्रधान रेशम सिंह, सचिव बलजिदर सिंह व वित्त सचिव अनिल भट्ट ने बताया कि शिक्षा सचिव कांग्रेस सरकार की शिक्षा के निजीकरण की नीतियों को लागू करने के लिए सरकारी स्कूलों में पढ़ते विद्यार्थियों के भविष्य व अध्यापकों का रोजगार संकट में है। मिशन पढ़ो पंजाब, शत प्रतिशत व आनलाइन शिक्षा के प्रोजेक्ट चलाकर स्कूलों में शैक्षणिक माहौल का तनाव, डर बना हुआ है। जिले के उपप्रधान परविदर सिंह, सचिव गुरप्रीत खेमुआणा व जसविदर सिंह ने बताया कि सरकार के चहेते अधिकारी का रवैया विद्यार्थियों, अध्यापकों व माता-पिता को भुगतना पड़ा रहा है। जिसकी शिक्षा विरोधी नीतियों के चलते भविष्य पर रोजगार को खत्म किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अध्यापकों को जायज मांगों को पूरा न किया गया तो 25 अप्रैल को विशाल रैली निकाली जाएगी। इस दौरान ब्लाक प्रधान भूपिदर सिंह, भोला राम, कुलविदर विर्क, राजविदर जलाल, नवचरनप्रीत, अंग्रेज सिंह, बलजिदर कौर, जसविदर बाक्सर, हरमंदर सिंह गिल अपरअपार सिंह, जगसीर सहोता, राजबीर सिंह, अश्वनी कुमार, जगदीश कुमार, रमनदीप सिंह गिल, विकास गर्ग व गुरविदर सिंह भी शामिल थे।