डीसी ने पराली प्रबंधन को लेकर जिला अधिकारियों को दिए दिशा निर्देश
अब धान की फसल के सीजन के दौरान व लोगों की सेहत सुरक्षा के मद्देनजर किसानों को पराली न जलाने के लिए पटवारी वेरिफाई करेगा कि कहां पराली को आग लगाई गई है और कहां नहीं।
जासं, मानसा : अब धान की फसल के सीजन के दौरान व लोगों की सेहत सुरक्षा के मद्देनजर किसानों को पराली न जलाने के लिए पटवारी वेरिफाई करेगा कि कहां पराली को आग लगाई गई है और कहां नहीं। शुक्रवार को जीरो बर्निग यकीनी बनाने के मंतव्य से डीसी अपनीत रियात ने जिला अधिकारियों से एक अहम बैठक की। जिसमें उन्होंने जिला अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए। जिसमें डीसी ने कृषि विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि जिले में जीरो बर्निग यकीनी बनाने के उद्देश्य के प्रयास किए जाएं। उन्होंने समूह एसडीएमज को तैनात किए नोडल अफसरों के साथ मिलकर संबंधित इलाकों का दौरा करने के लिए कहा गया और कहां पराली जलाई गई और कहां नहीं है, इस बारे में रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि पंचायती जमीनें, सरकारी मुलाजिमों की जमीन और आढतियों की जमीनों का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाए, जिससे इनमें से कोई भी पराली को आग न लगाए।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार और कृषि विभाग की तरफ से किसानों को पराली न जलाकर पराली को जमीन में मिलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। और कृषि यंत्रों पर मिलने वाली सब्सिडी के जरिए किसानों को सहयोग भी दिया जा रहा है। जिससे कहीं भी पराली को आग न लगाई जाए।
इस मौके पर एडीसी गुरमीत सिंह सिद्धू, एसडीएम सरबजीत कौर, सहायक कमिश्नर नवदीप कुमार, मुख्य कृषि अफसर गुरमेल सिंह और अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।