किसानों ने फूंका केंद्र सरकार का पुतला
केंद्र सरकार के बुरे प्रबंधों कारण महंगाई व बेरोजगारी अमर बेल की तरह बढ़ रही है।
संवाद सहयोगी, मानसा: केंद्र सरकार के बुरे प्रबंधों कारण महंगाई व बेरोजगारी अमर बेल की तरह बढ़ रही है। हर दिन पेट्रोल, डीजल, गैस व खुराकी वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी करके आम व गरीब लोगों पर आर्थिक बोझ डाला जा रहा है। यह बात सीपीआइ नेशनल कौंसिल सदस्य व पूर्व विधायक हरदेव सिंह अर्शी ने सीपीआइ के आह्वान पर महंगाई व कृषि कानूनों खिलाफ चल रहे आंदोलन के तहत मानसा में अर्थी फूंक प्रदर्शन के दौरान कही। इस दौरान किसानों ने प्रदर्शन करते हुए कृषि सुधार कानून रद करने की मांग भी की।
जिला सचिव कृष्ण चौहान ने कहा कि किसानों-मजदूरों में फूट डालने के लिए दलित व मजदूरों को गुमराह किया जा रहा है। यह आंदोलन केवल किसानों का ही नहीं समूचे वर्गों का है। शहरी सचिव रत्न भोला, सब डिविजन सचिव रूप सिंह ढिल्लों की अगुआई में सीपीआइ दफ्तर पर रोष मार्च करके ठीकरीवाला चौक में मोदी की अर्थी फूंकी गई। इस दौरान किसान सभा के दलजीत मानशाहिया, एटक नेता दर्शन पंधेर, काका सिंह, निर्मल मानसा, राम सिंह, गुरदास सिंह, एमआरएफ के सुभाष कुमार, स्त्री सभा के किरणा रानी एमसी, संतोष रानी, हरजिद्र कौर, स्टूडेंट नेता पुष्पिद्र चौहान, सुखदेव पंधेर, सुखदेव सिंह निर्माण यूनियन, हरपाल बप्पीआना, गुरदयाल दलेल सिंह वाला, शिवजी भुपाल, केवल एमसी भीखी व हरनेक मानसा खुर्द आदि नेताओं ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि किसान लंबे समय से दिल्ली में मोर्चा लगाकर बैठे हैं। कृषि कानूनो को रद करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार उनकी कोई भी परवाह किए बगैर चुप्पी धारण करके बैठी है। कानून रद होने तक संघर्ष जारी रहेगी।