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श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ संपन्न

एक सप्ताह से चल रही श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ की समाप्ति हो गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 06 Apr 2021 10:05 PM (IST)Updated: Tue, 06 Apr 2021 10:05 PM (IST)
श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ संपन्न
श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ संपन्न

संसू, मानसा: श्री बाला जी परिवार संघ मानसा की ओर से श्री बाला जी मंदिर में पिछले एक सप्ताह से चल रही श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ की समाप्ति पर कथावाचक मोहित शास्त्री ने राजा के कल्याण व कृष्ण सुदामा मिलन की कथा का संगीतमय ढंग के साथ वर्णन किया।

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मोहित शास्त्री ने गोसेवा के महत्व बारे बताते हुए गोसेवा का उपदेश दिया। इस मौके सुबह के समय हवन यज्ञ किया गया, जिसमें कथा सुनने वाले श्रद्धालुओं ने मंत्र उच्चारण के साथ हवन में आहुति डाली। ज्योति प्रचंड की रस्म विनोद बोहा व आरती की रसम डा. अजय सिगला ने निभाई। इस मौके संघ द्वारा विशेष तौर पर पहुंचे डा. जनक राज, डा. त्रिलोक सिंह, आयुशी शर्मा, अमनदीप सिंह, नेम चंद नेमा, कमलेश रानी, कंचन सेठी, प्रवीन टोनी को सम्मान चिह्न देकर सम्मानित किया गया। स्टेज सचिव की भूमिका अग्रवाल सभा पंजाब के उपाध्यक्ष अशोक गर्ग व बिदरपाल गर्ग ने निभाई। कलाकार विनोद एंड पार्टी बठिडा ने भजन सुनाकर भक्तों को निहाल किया। इस मौके पर भंडारा लगाया गया जो निरंतर जारी रहा। इस मौके संघ के समूह सदस्य हाजिर थे। जहां गुरु का अपमान हो, वहां न जाएं: भजराम शास्त्री गोयल परिवार द्वारा बीबीवाला रोड, गली नंबर तीन में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन की कथा सुनाते हुए परम पूजनीय भागवत भूषण प. भजराम शास्त्री ने मंगलाचरण से आरंभ करके, श्रीमद्ध भागवत के विभिन्न प्रसंगों का व्याख्यान किया। उन्होंने बताया कि किसी भी स्थान पर बिना निमंत्रण जाने से पहले इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि जहां आप जा रहे हैं वहां आपका, अपने ईष्ट या अपने गुरु का अपमान न हो। यदि ऐसा होने की आशंका हो तो उस स्थान पर जाना नहीं चाहिए। चाहे वह स्थान अपने जन्म दाता पिता का ही घर क्यों हो। कथा के दौरान सती चरित्र के प्रसंग को सुनाते हुए भगवान शिव की बात को नहीं मानने पर सती के पिता के घर जाने से अपमानित होने के कारण स्वयं को अग्नि में स्वाह होना पड़ा। परिवार के सदस्यों मुकंद लाल, जनक राज, भागीरथ लाल, बृष भान, वरुण गोयल, अरुण गोयल मोना, यश पाल मितल, अशोक कुमार, प्रो. अशोक गुप्ता, मक्खन लाल मंगल, एम आर जिन्दल, नरेश मोहन बांसल, अश्वनी बेरी, बालमुकंद गोयल, प्रो. एस के गुप्ता, विनोद गोयल, बग्गा सिंह, कमल नयन के अलावा उनके बहुत से मित्रों, रिश्तेदारों के साथ साथ नगर के बहुत से प्रभुप्रेमियों ने कथा का श्रवण किया। श्रीमद्ध भागवत महापुराण की आरती के साथ ही तीसरे दिन की कथा का समापन हुआ। कथा उपरांत सभी भक्तों को प्रशाद वितरण किया गया। इस मौके पर गोयल परिवार की ओर से सभी भक्तों के लिए अल्पाहार की भी व्यवस्था की गई।


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