सरकारी नौकरी वाले ले गए कर्ज माफी का लाभ
संवाद सहयोगी, मानसा : भले ही राज्य सरकार ने ढाई एकड़ जमीन वाले किसानों का 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ
संवाद सहयोगी, मानसा : भले ही राज्य सरकार ने ढाई एकड़ जमीन वाले किसानों का 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ कर दिया, मगर जिले के कई गांव में कर्•ा माफी की सूची वाले नामों में अनेकों किसान वे भी हैं जो सरकारी नौकरियां कर रहे है, उन्हें भी सरकार ने कर्ज माफी का लाभ दे दिया है। वही कम जमीन वाले व ऋणी किसानों को इससे दूर ही रखा गया है। मानसा के गांव खोखर खुर्द में कुछ किसान संगठनों ने सरकार की कर्ज माफी योजना का विरोध करते एसडीएम मानसा को अयोग्य किसानों बारे शिकायत की है। उनका कहना है कि सर्वे दौरान इस गांव के 80 किसानों को कर्ज माफी की सूची में शामिल किया गया था, परन्तु फायदा सिर्फ 22 को ही मिला है। गांव के दो सरकारी मुलाजिमों को भी कर्ज माफी की सूची में जोड़ा गया है। किसानों का कहना है कि इन में से एक को-आपरेटिव बैंक में नौकरी करता है, जिस के पास दो एकड़ जमीन है, उसका 60388 रुपए का कर्ज माफ किया है। उसका दूसरा भाई पंजाब पुलिस में नौकरी करता है उसे 62409 रुपये की माफी दी गई है, इसे लेकर किसानों में भारी रोष फैलता जा रहा है।
गांव खोखर खुर्द के किसान बलदेव ¨सह का कहना है कि उन के पास सिर्फ दो एकड़ जमीन है और वह तीन लाख रुपए के ऋणी हैं, परन्तु सरकार ने उनका एक रुपया तक भी माफ नहीं किया। गांव खारा के दर्शन ¨सह के पास एक एकड़ •ामीन पर वह तीन लाख रुपए का ऋणी है। इस गांव के लाभ ¨सह के पास ढाई एकड़ •ामीन है, और वह लाखों रुपए का ऋणी है। गांव बरनाला के बलविंदर ¨सह का कहना है कि दो एकड़ •ामीन का मालिक होने पर सोसायटी का 20 हजार कर्ज हैं। उसका कहना है कि जो कांग्रेसी नेता मतदान समय उन के घर फार्म भरने आए थे, वह अब उन के फोन तक भी नहीं उठा रहे है। गांव खोखर खुर्द के निवासी बलदेव ¨सह के पास दो एकड़ जमीन है और उस पर सोसायटी का 22 हजार रुपये का कर्ज है वहीं 3लाख रुपये का कर्ज और है, उस का नाम कर्ज माफी सूची में नहीं है। भोला ¨सह के पास 13 कनाल जमीन है, वह 89 सौ रुपए सोसायटी का कर्ज। गुरसेवक ¨सह के पास दो एकड़ जमीन है, वह 25 हजार रुपए का कर्जदार है। इन में से किसी भी किसान का नाम कर्•ा सूची माफी में नहीं है। उनका आरोप है कि बहुत से लोग विदेशों में बैठे या नौकरियां पर होते हुए सरकार से कर्ज माफी का लाभ ले गए। खोखर खुर्द के ही किसान धरमिन्दर ¨सह ने बताया कि उसके पास डेढ़ एकड़ •ामीन है और उसका 16900 रुपये का कर्ज माफ किया गया है, जबकि उसका डेढ़ लाख रुपए का कर्ज है।
कौन क्या करता है, इसकी जानकारी नहीं
पटवारी सिकन्दर ¨सह के मुताबिक उन्होंने गांव खोखर खुर्द के ऋणी किसानों की जो सूची तैयार की थी, उस में 80 किसानों को शामिल किया गया था, जोकि ढाई एकड़ जमीन के मालिक थे। कौन सरकारी नौकरी करता, कौन विदेश रहता इस बारे उनको कुछ नहीं पता है। उन्होंने ने कहा कि उन्होंने यह सूची सरकारी अधिकारियों को सौंप दी थी, जिन्होंने सूचियां बाद में तैयार की है।
किसी को शिकायत तो एसडीएम दफ्तर आए
डीसी धर्मपाल गुप्ता का कहना है कि ढाई एकड़ वाले किसानों का यह कर्ज माफ किया गया है। फिर भी यदि किसी व्यक्ति को इसे लेकर कोई शिकायत है तो वह एसडीएम दफ्तर से ठीक करवा सकता है। उन्होंने कहा कि सूचियों में किसी किसान के साथ कोई भेद -भाव नहीं किया गया है।