रेल रोको के निर्यात पर असर से डब्ल्यूडब्ल्यूईपीसी चितित
वूल एंड वूलेन एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल-डब्ल्यूडब्ल्यूईपीसी के चेयरमैन संजीव धीर ने अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन पर चिता जताई है।
जासं, लुधियाना : वूल एंड वूलेन एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल-डब्ल्यूडब्ल्यूईपीसी के चेयरमैन संजीव धीर ने अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन पर चिता जताई है। धीर ने कहा कि किसान आंदोलन के चलते निर्यात पर विपरीत असर हो रहा है। खासकर माइक्रो स्माल एंड मिडियम इंटरप्राइजेज-एमएसएमई सेक्टर की इकाइयों को परिस्थितियों को मैनेज करना मुश्किल हो रहा है। इसके अलावा छोटे निर्यातकों के आर्डर भी कैंसिल हो रहे हैं। निर्यातकों की विदेशी पेमेंट को भी झटका लगा है। साथ ही पूंजी की कमी के कारण उद्यमियों पर बंदी की तलवार लटक रही है। साथ ही बायर्स से रिश्ते भी खराब हो रहे हैं। ऐसे में धीर ने किसानों से भी आग्रह किया है कि वे रेल रोको आंदोलन को सूबे के हित में स्थगित कर दें, ताकि सूबे का कारोबार चल सके।
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फेस्टीवल सीजन में ट्रेनों की आवाजाही को बढ़ाए सरकार
फेस्टीवल सीजन में कोविड संकट के बाद राहत के संकेत नजर आए हैं। लेकिन किसान आंदोलन के साथ ही ट्रेनों की आवाजाही कम होने के चलते औद्योगिक नगरी लुधियाना से उत्पादों की डिलीवरी देने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर हौजरी एवं टैक्सटाइल क्लब की ओर से एक पत्र प्रदेश और केन्द्र सरकार को भेजा जाएगा। प्रधान विनोद थापर ने कहा कि लंबे अर्से के बाद इंडस्ट्री में अच्छे दिन आने के संकेत आए हैं। ऐसे में अब प्रोडक्शन बेहतर होने के बाद डिस्पैचिग की समस्या खड़ी हो गई है। अगर सरकार की ओर से तत्काल फैसला लेते हुए माल गाड़ियों की संख्या में बढ़ोतरी की जाए तो कोविड संकट के बाद गारमेंट्स इंडस्ट्री को राहत प्रदान की जा सकती है। इस संबंध में एक पत्र केन्द्रीय रेल मंत्री को लिखा जाएगा। ताकि इसका संज्ञान लेकर इंडस्ट्री को राहत दी जा सके।