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चुनौतियों से डरना नहीं, सामना करना सीखो, यही सफलता का मंत्र

जो भी चुनौतियों हमारे सामने आती हैं वह हमारी खुद की ही क्रिएट की होती हैं। उसका सामना करना सीखो।

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Jun 2020 05:00 AM (IST)Updated: Sat, 20 Jun 2020 05:00 AM (IST)
चुनौतियों से डरना नहीं, सामना करना सीखो, यही सफलता का मंत्र
चुनौतियों से डरना नहीं, सामना करना सीखो, यही सफलता का मंत्र

जासं, लुधियाना : जो भी चुनौतियों हमारे सामने आती हैं, वह हमारी खुद की ही क्रिएट की होती हैं। चुनौतियों से पीछे न हटो बल्कि उसका सामना करना सीखो। यही सफलता का मंत्री है। यह बात वैनगार्ड डिजाइनर अनामिका खन्ना ने फिक्की एफएलओ लुधियाना चैप्टर की तरफ से आयोजित वेबिनार के दौरान कही।

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वेबिनार का विषय भी 'एके-ओके इन द वीयूसीए व‌र्ल्ड' रखा गया। चेयरपर्सन मन्नत कोठारी ने अनामिका का वेबिनार में जुड़ने पर स्वागत किया। मॉडरेटर की भूमिका दिव्या ढांडा ने निभाई। अनामिका पहली भारतीय महिला फैशन डिजाइनर रहीं जिन्होंने पैरिस फैशन वीक में ड्रेसिज इंट्रोड्यूस कीं। भारतीय संस्कृति पर ही ड्रेसिज डिजाइन करने के लिए वह जानी जाती हैं। वेबिनार में अनामिका खन्ना ने अपने अनुभव, चुनौतियों, एके-ओके कलेक्शन के बारे में बताया। भारतीय कल्चरल पर ड्रेसिज डिजाइन करना ही उन्हें क्यों पसंद है, इस पर उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति बहुत ही धनी है और इसी संस्कृति पर ही अपनी क्रिएटिविटी डिजाइन करने की सोची। उनके मुताबिक जहां से भी आपको कोई न कोई आइडिया मिलता है, उस पर विचार जरूर करें। वर्तमान में क्या ट्रेंड चल रहा है, इस पर अनामिका खन्ना ने बताया कि जो चीज आपको अच्छा फील करवाए, उसका हिस्सा जरूर बनें। उनका मानना है कि ऐसी चीजें ही आपको स्टाइलिस्ट बनाती हैं। खुशी है अभिनेत्री सोनम कपूर को मेरा काम पसंद आया

बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम कपूर के लिए ड्रेसिज डिजाइन करने वाली अनामिका ने कहा कि उनके लिए यह मायने नहीं रखता कि सोनम ने उनसे ड्रेसिज डिजाइन कराई। उनके लिए यह मायने रखने वाली बात है कि सोनम ने उनका काम देखा, पसंद किया और फिर इसे डिजाइन कराया। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा अगले जन्म भी डिजाइनर बनने की ही है। इस कारण रखा कलेक्शन का नाम 'एके-ओके'

डिजाइनर अनामिका ने कहा कि कुछ साल पहले वह तनाव में चली गई थीं। इस दौरान एक समय ऐसा भी आया कि उन्हें लगा कि वह अब आगे ड्रेस डिजाइन नहीं कर पाएंगी। तनाव में होने के चलते वह अस्पताल में भर्ती हुई। जब पारिवारिक सदस्य, दोस्त, डिजाइनर उन्हें देखने आए तो सभी कहते कि यह ओके है। इसके बाद कलेक्शन का नाम 'एके-ओके' रख दिया। जुड़वां बेटे भी बिजनेस में साथ दे रहे

अपने जुड़वां बच्चों विराज और विशेष के बारे में अनामिका ने कहा कि एक बेटा बिजनेस में है और एक मेन्स कलेक्शन पर काम कर रहा है। जब वह सभी इक्ट्ठे होते हैं तो नए आइडिया, नई एनर्जी मिलती है। दुल्हन की इच्छाओं में नहीं आया बदलाव

अनामिका ने कहा कि कोविड-19 में ब्राइडल एसपिरेशन में कोई बदलाव नहीं आया है। बेशक वेडिग का बजट जरूर बदला है पर दुल्हन की इच्छाएं आज भी बरकरार हैं। वेडिग हमेशा से ही सेलिब्रेशन का दिन रहा है।


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