भागवत कथा में प्रह्लाद की भक्ति का किया वर्णन
गोबिदगढ़ माता भाग कौर नगर में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया गया।
संसू, लुधियाना : गोबिदगढ़ माता भाग कौर नगर में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया गया। इसमें ज्ञान यज्ञ सप्ताह के चौथे दिन सोमवार को पण्डित विजय भाई वत्स (श्री दिव्य कला कुंज श्री धाम अयोध्या वाले महाराज) ने हिरण्यकश्यप की कथा सुनाई। उन्होंने कथा सुनाते हुए कहा की मनुष्य को जीवन में भक्ति प्रहलाद जैसी करनी चाहिए। प्रहलाद को मारने के लिए उनके पिता हिरण्यकश्यप ने कई प्रयास किए। उबलते हुए तेल में डाला तो तेल ठंडा हो गया। पहाड़ से फेंका फिर भी प्रहलाद बच गए। हाथी के पैर तले कुचलना चाहा, लेकिन हाथी प्रहलाद के सामने नतमस्तक हो गया। आखिर हिरण्यकश्यप की बहन होलिका प्रहलाद को गोद में लिया और अग्निकुंड में बैठ गई। होलिका जल गई लेकिन प्रहलाद को कुछ नहीं हुआ। यह केवल भक्ति का प्रभाव ही था। इस मौके पर आयोजक किशन लाल शर्मा, प्रमोद राणा, पंडित दयाशंकर शुक्ला, जितेंद्र यादव, बलबीर बिट्टू, राधे राधे दिवाकर प्रसाद, सुशील राजा, आदेश राणा, दिनेश मिश्रा, गोकन तिवारी, विनोद मिश्रा, संजय शास्त्री, विवेक शुक्ला, मुकुंद तिवारी, डॉक्टर चन्दकुमार, श्री वास्तव, डॉक्टर विकास, मुकेश, संजीव, मंगत राम, मोहन लाल , आदि मौजूद रहे।