प्रिंसिपल व शिक्षकों में ठनी, ग्रामीणों ने की नारेबाजी
सरकारी सीनियर सैकेडंरी स्कूल बोपाराए कलां में शुक्रवार को ग्रामीणों ने प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन किया।
संस, मुल्लांपुर दाखा :
सरकारी सीनियर सेकेडंरी स्कूल बोपाराए कलां में शुक्रवार को माहौल उस समय गरमा गया जब गांव निवासी स्कूल के समक्ष आकर प्रिंसिपल के खिलाफ नारेबा•ाी करने लगे।
स्कूल प्रशासनिक कमेटी के चेयरमैन मोहन सिंह ने बताया कि पि्रंसिपल जसबीर कौर की स्कूल का माहौल खराब करने की शिकायतें अध्यापकों की तरफ से लगातार मिल रही थी। कई बार प्रिंसिपल को स्थिति सुधारने की अपील करने के बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ बल्कि स्कूल का माहौल लगातार बिगड़ता गया। जिस कारण आज मजबूरन गांव वासियों को उक्त कदम उठाना पड़ा। गांव निवासियों का आरोप है कि पिछले दो महीने से उक्त प्रिंसिपल ने स्कूल का चार्ज संभाला है तब से ही माहौल अशांत है।
शिक्षकों ने लगाए ये आरोप
लेक्चरर कुलजिदर सिंह ने बताया कि पि्रंसिपल जसबीर कौर तानाशाही कर रही हैं। स्कूल स्टाफ को इकट्ठे बैठकर खाना तक भी नहीं खाने देती। क्लर्क रमदीप कौर और कुलविन्दर कौर सफाई सेविका का कहना था कि उसको जानबूझ कर परेशान किया जा रहा है। प्रिंसिपल उनसे अपने घर का काम करवाती हैं। मिड-डे मील पंजाब की प्रधान चरनजीत कौर ने कहा कि उनका मिड-डे मील का काम एक बजे खत्म हो जाता है परन्तु उन्हे जान बूझ कर चार बजे भेजा जाता है। ग्यारहवीं और बाहरवीं कक्षा के दो विद्यार्थियों ने कहा कि स्कूल के अध्यापक सही ढंग से पढ़ाई करवा रहे हैं परन्तु प्रिंसिपल विद्यार्थियों को जलील कर रहे हैं।
सभी आरोप बेबुनियाद, प्रिंसिपल
प्रिंसिपल जसबीर कौर ने अपने पर लगे उक्त सभी आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि यह सारा मामला मनगढं़त और झूठा है। उन्होंने कहा कि स्कूल का माहौल पहले से ही खराब है जबकि उन्होंने तो स्कूल के अनुशासन को बनाए रखने और अच्छे नतीजों के लिए अच्छे कदम उठाए हैं। लेकिन अध्यापक और विद्यार्थी उनको सहयोग नहीं दे रहे।
स्कूल के समय में अध्यापक मोबाइल पर रहे हैं व्यस्त
प्रिंसिपल ने शिक्षकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि अध्यापक स्कूल समय के दौरान मोबाइल का प्रयोग करते हैं। जब उनको स्कूल समय दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से मना किया गया तो इस बात का उन पर कोई असर नहीं।
क्लसारूम और बाथरूम से मिली थी आपत्तिजनक वस्तुएं
उन्होंने विद्यार्थियों पर गंभीर आरोप लगाते कहा कि कुछ दिन पहले स्कूल के क्लास रूम और बाथरूम में जांच के दौरान आपत्तिजनक वस्तुएं मिलीं जिस पर सभी ने चुप साध रखी है। नारेबाजी के संबंध में उन्होंने कहा कि स्कूल के दो अध्यापकों ने गांव के एक पूर्व सरपंच के साथ मिलकर स्कूल का माहौल बिगाड़ा है।