लुधियाना में कौड़ियों के भाव जमीनें लीज पर देने वाले निगम अफसर विजिलेंस की रडार पर, पांच अक्तूबर को रिकार्ड समेत पेश होने के आदेश
लुधियाना में कौड़ियों के भाव जमीनें लीज पर देने वाले निगम अफसर अब विजिलेंस की रडार पर हैं। आरटीआई एक्टिविस्ट रोहित सभ्रवाल ने नगर निगम की प्रॉपर्टी स्कोर कौड़ियों के भाव लीज पर दिए जाने की शिकायत विजिलेंस विभाग को दी।
जागरण संवाददाता लुधियाना। नगर निगम की प्राइम लोकेशन की जमीने कौड़ियों के भाव लीज पर देने का मामला पिछले कई वर्षों से उठ रहा है। लीज खत्म होने के बाद भी इन जमीनों के रेट नहीं बढ़ाए गए। इस मामले की शिकायत स्थानीय निकाय मंत्री और प्रिंसिपल सेक्रेटरी के पास भी पहुंच चुकी है। इसके बावजूद इस मामले में हैं अफसरों ने भी कोई गंभीरता नहीं दिखाई। अब मामला विजिलेंस विभाग के पास पहुंच गया है। विजिलेंस ने नगर निगम के अफसरों को इस मामले में रडार पर लेना शुरू कर दिया है। विजिलेंस ने नगर निगम के अफसरों से शहर की कुछ प्रॉपर्टीज का लीज रिकॉर्ड तलब किया है।
आरटीआई एक्टिविस्ट रोहित सभ्रवाल ने नगर निगम की प्रॉपर्टी स्कोर कौड़ियों के भाव लीज पर दिए जाने की शिकायत विजिलेंस विभाग को दी। रोहित सभ्रवाल की शिकायत पर विजिलेंस विभाग ने नगर निगम अफसरों को 5 अक्टूबर को रिकॉर्ड समेत पेश होने को कहा है। रोहित सभ्ररवाल ने बताया की टीवीएम आर्य कॉलेज समेत करीब 5 ऐसी बड़ी प्रॉपर्टीज हैं जिन्हें निगम ने कई साल पहले लीज पर दिया था और उनकी लीज खत्म भी हो चुकी थी।
नगर निगम ने मार्केट रेट के हिसाब से लीज के रेट नहीं बढ़ाएं। निगम ने जिन संस्थानों को जमीन लीज पर दी है वह लोगों से मोटी रकम वसूल कर बच्चों को पढ़ा रहे हैं। इन जगहों पर पूरी तरह से व्यापारिक गतिविधियां चलाई जा रही हैं ऐसे में इन संस्थानों से ही मार्केट रेट के हिसाब से लिखी जानी चाहिए। उन्होंने कहा संस्थानों को कम रेट में जमीन लीज पर दिए जाने में अफसरों की मिलीभगत भी है। इसमें नगर निगम को वित्तीय नुकसान हो रहा है इसलिए उन्होंने इसकी शिकायत विजिलेंस को दी है।
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