Improvement Trust में विजिलेंस ने छापेमारी कर जब्त किया रिकॉर्ड, अफसरों व कर्मचारियों में हड़कंप
इंप्रवूमेंट ट्रस्ट के दफ्तर में बुधवार को स्टेट विजिलेंस की टीम ने छापेमारी कर ट्रस्ट का कुछ रिकॉर्ड कब्जे में ले लिया।
लुधियाना, जेएनएन। इंप्रवूमेंट ट्रस्ट के दफ्तर में बुधवार को स्टेट विजिलेंस की टीम ने छापेमारी कर ट्रस्ट का कुछ रिकॉर्ड कब्जे में ले लिया। इस कार्रवाई से ट्रस्ट के दफ्तर के अफसरों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। दरअसल पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में ट्रस्ट की तरफ से प्लॉटों की अलॉटमेंट को लेकर एक केस चल रहा है। जिस पर हाईकोर्ट ने स्टेट विजिलेंस को ट्रस्ट के अलॉटमेंट रिकॉर्ड की जांच करने के आदेश दिए हैं।
बुधवार को स्टेट विजिलेंस की टीम ने ट्रस्ट अफसरों से करीब 25 साल पुराना अलॉटमेंट रिकॉर्ड मांगा और उसे कब्जे में ले लिया। ट्रस्ट के चेयरमैन रमन बाला सुब्रह्मण्यम ने बताया कि ट्रस्ट की तरफ से करीब 25 साल पहले कुछ अलॉटमेंट्स हुई थी उनको लेकर हाईकोर्ट में केस चल रहा है। केस में 35 के करीब प्रॉपर्टीज हैं जिनका रिकॉर्ड विजीलेंस की तरफ से मांगा गया है। विजिलेंस ने जो-जो रिकॉर्ड मांगा है ट्रस्ट उन्हें मुहैया कर रहा है।
शॉपिंग कांप्लेक्स को अलग-अलग हिस्सों में बेचा जाए
लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन अशोक जुनेजा ने चेयरमैन रमन बाला सुब्रह्मण्यम को सलाह दी है कि रानी झांसी रोड पर बने शॉपिंग कांप्लेक्स को सिंगल यूनिट में बेचने की बजाय अलग-अलग हिस्सों में बेचा जाए। उन्होंने कहा कि सिंगल यूनिट में बेचने की कोशिश ट्रस्ट दो बार पहले कर चुका है।
उन्होंने कहा कि अलग-अलग हिस्सों में बेचने से आर्थिक फायदा भी होगा। जुनेजा ने बताया कि 2009 और 2013 में ट्रस्ट ने इसे बेचने के लिए टेंडर जारी किए थे, लेकिन इतनी भारी भरकम राशि देने के लिए कोई भी तैयार नहीं हुआ। वर्तमान में भी कोई भी कंपनी इतनी बड़ी राशि इस पर इंवेस्ट नहीं करेगी। अलग अलग करके बेचने से कई लोग यहां पर दुकानें व शोरूम खरीद सकते हैं।